लखनऊ : ‘भगवा बाबा’ योगी आदित्यनाथ उर्फ अजय सिंह बिष्ट के शासन में बेटियां इस कदर असुरक्षित हो गयी हैं कि अब उन्हें सरेराह पेट्रोल डालकर लोग जलाने की कोशिश कर रहे हैं। यह दुःखद वाकया आगरा के लालऊ गांव में घटित हुआ, जहां साइकिल चलाकर दोपहर को विद्यालय से घर लौट रही 10वीं कक्षा की छात्रा संजलि पर रास्ते में हेलमेट पहने हमलावरों ने पेट्रोल डालकर जलाने का प्रयास किया जिससे बच्ची 75 प्रतिशत झुलस गई और उसे एस.एन. मेडिकल कालेज के आई.सी.यू. में भर्ती कराया गया, जहां वह जिन्दगी और मृत्यु से संघर्ष कर रही है। भाजपा शासन में लड़कियां असुरक्षित व अपराधी बेखौफ हो चुके हैं।

प्रदेश कांग्रेस की प्रवक्ता डाॅ0 मंजु दीक्षित ने आज जारी बयान में कहा कि घायलावस्था में पीड़ित बच्ची ने इशारों में बताया है कि 15 दिन पहले दो युवकों ने उसका पीछा भी किया था और उसकी साइकिल को धक्का भी दिया था। उसने यह भी बताया कि वह लोगों को नहीं जानती है।

डाॅ0 दीक्षित ने कहा कि अभी हाल ही में आगरा में ही बेखौफ बदमाशेां ने बी.टेक. की छात्रा को सरेराह शाम 6 बजे बीच चैराहे पर जबरन एक्टिवा पर बिठाकर अगवा कर लिया और उसका अपहरण करने के बाद चार युवकों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और बेहोशी की हाल में उसे पोइया घाट की झाड़ियों में फंेक दिया। पीड़ित छात्रा को एस.एन. मेडिकल कालेज के इमरजेंसी में भर्ती कराया गया।

प्रवक्ता ने कहा कि ‘न भ्रष्टाचार न गुण्डाराज’ अबकी बार भाजपा सरकार, जैसे नारे हवा में लहराने वाली इस सरकार में बेटियां कतई सुरक्षित नहीं हैं। आगरा जैसे विश्वविख्यात पर्यटन स्थल पर बेटियों के साथ हुए ये दोनों अपराध बेहद गंभीर हैं क्येांकि यहां दुनिया भर से तमाम पर्यटक आते हैं इसलिए सुरक्षा बेहद जरूरी है क्योंकि इससे देश की छवि दुनिया में बनती-बिगड़ती है।

डाॅ0 दीक्षित ने कहा कि ‘पढ़ेगी बेटी – तभी बढ़ेगी बेटी’ का नारा देने मात्र से बेटियां नही बढ़ेंगीं। उक्त दोनों घटनाएं बानगी हैं कि छात्राओं के साथ यदि सरेराह वारदातें होंगी तो कैसे पढ़ेंगी व कैसे बढ़ेंगीं बेटियां? कांग्रेस पार्टी इन दोनों घटनाओं से बेहद व्यथित है व सरकार से मांग करती है कि जल्द से जल्द अपराधियों को गिरफ्तार करे और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करे, ताकि ऐसी दुःखद घटनाओं को रोका जा सके।

प्रवक्ता ने बताया कि आगरा में हुई इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर स्थानीय कांग्रेसजनों के एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा आगरा के प्रशासन एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मिलकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की मांग की गयी।