नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच शनिवार सुबह हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर ज़हूर ठोकर सहित तीन आतंकियों को ढेर कर दिया है. इस अभियान में सेना का एक जवान भी शहीद हो गया.

वहीं इस एनकाउंटर के बाद इलाके के युवाओं ने सुरक्षाबलों पर पथराव शुरू कर दिया. इस दौरान सुरक्षाबलों की तरफ से की गई रक्षात्मक फायरिंग में कम से कम सात लोगों की मौत की खबर है. फिलहाल इलाके में इंटरनेद सेवा कर दी गई है और सुरक्षाबल के जवानों ने इलाके को घेर रखा है.

दरअसल सुरक्षाबलों को यहां खारपुरा स्थित सेब के बागान में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी. इस खुफिया सूचना के आधार पर सुरक्षाबलों ने शनिवार सुबह इलाके को घेर कर तलाशी अभियान शुरू किया. इस दौरान आतंकियों ने खुद को घिरा हुआ पाकर फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए सुरक्षाबल के जवानों ने तीन आतंकियों को मार गिराया.

मोस्ट वॉन्टेड आतंकी जहूर ठोकर पहले सेना में था और 2016 में आतंक की राह पर चल पड़ा था. ज़हूर अहमद ठोकर सेना की 173 टीए बटालियन में तैनात था. उसने सेना की ट्रेनिंग लेने के बाद कई ऑपरेशन में भाग लिया था, लेकिन एक दिन अचनाक ठोकर अपनी राइफल के साथ कैंप से लापता हो गया. फिर जुलाई में हिज्बुल मुजाहिदीन ने प्रेस रीलीज जारी कर ठोकर के हिज्बुल में शामिल होने की पृष्टि की थी. सूत्रों का कहना है कि ठोकर के पास सेना की कई अहम जानकारियां थी, जिसमें कौन-कौन जवान जम्मू कश्मीर के हैं और वे कश्मीर में किन-किन ओपरेशन मे भाग ले चुके हैं.