एडिलेड: टीम इंडिया ने एडिलेड टेस्‍ट में ऑस्‍ट्रेलिया पर 31 रनों से शानदार जीत दर्ज की, जिसमें मैन ऑफ द मैच चेतेश्‍वर पुजारा (पहली पारी में 123 और दूसरी पारी में 71) के अलावा आर अश्विन और जसप्रीत बुमराह (मैच में 6-6 विकेट) और मोहम्‍मद शमी ( मैच में पांच विकेट) ने अहम भूमिका निभाई. जबकि इस ऐतिहासिक जीत के लिए टीम इंडिया के युवा विकेटकीपर बल्‍लेबाज़ रिषभ पंत को हमेशा याद रखा जाएगा.

21 साल के पंत ने एडिलेड टेस्‍ट में 11 खिलाड़ियों को कैच किया, जो कि ऑस्‍ट्रेलिया में किसी भी विदेशी विकेटकीपर का रिकॉर्ड प्रदर्शन है. उन्‍होंने पहली पारी में छह‍, तो दूसरी पारी में पांच कैच पकड़े हैं.

रिषभ पंत से पहले ऑस्‍ट्रेलिया में एक मैच में सर्वाधिक कैच पकड़ने का रिकॉर्ड वेस्‍टइंडीज के डेविड मुरे के नाम था, जिन्‍होंने 1981 में नौ खिलाड़ियों को आउट किया था.

पंत से पहले एक मैच में सबसे ज्यादा शिकार करने का रिकॉर्ड इंग्लैंड के पूर्व विकेटकीपर जैक रसल और साउथ अफ्रीका के एबी डीविलियर्स के नाम था, जिन्‍होंने 11-11 कैच पकड़े. रसल ने 1995 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ और डीविलियर्स ने 2013 में पाकिस्तान के खिलाफ ऐसा रिकॉर्ड कायम किया था. मजेदार बात ये है कि इस रिकॉर्ड का गवाह बना था जोहानिसबर्ग मैदान. हालांकि पंत भी एक मैच में 11 कैच पकड़कर रसल और डीविलियर्स के खास क्‍लब का हिस्‍सा बन गए हैं.

ऑस्‍ट्रेलिया की दूसरी पारी में मिचेल स्‍टार्क का पकड़ने के साथ पंत के एडिलेड में 11 कैच पूरे हुए, जो कि नया भारतीय रिकॉर्ड है. इससे पहले रिद्धिमान साहा इसी साल केपटाउन टेस्‍ट में दस कैच पकड़े थे. इन दोनों के अलावा नयन मोंगिया ने दो बार 8-8 कैच पकड़े हैं. उन्‍होंने पहली बार 1996 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ डरबन और दूसरी बार 1999 में कोलकाता में पाकिस्‍तान के खिलाड़ी शिकार किए थे. जबकि महेंद्र सिंह धोनी ने मेलबर्न में 2014 में 8 कैच पकड़े थे. अब धोनी को भी युवा पंत ने पीछे छोड़ दिया है.