नई दिल्ली: नोटबंदी के दो साल होने के बाद भी भारत की इकोनॉमिक को लेकर हमेशा कोई ना कोई बयान सामने आता रहा है। अब पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने आर्थिक तंगी को लेकर चेतावनी दी है।
पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने अपनी बुक ‘ऑफ काउंसेल : द चैलेंजेज ऑफ द मोदी-जेटली इकोनॉमी’ के विमोचन के दौरान कहा कि मैं अपनी पुस्तक में कहना चाहता हूं कि जीएसटी में बदला को आंशिक रूप से नोटबंदी द्वारा लदा गया। इससे दोनों सेक्टर प्रभावित हुए।
यहां उन्होंने जीएसटी और नोटबंदी को लेकर बात की। आगे कहा कि मुझे लगता है कि हमें कुछ समय के लिए मंदी के लिए तैयार रहना होगा। इसके चलते परेशानी भी होगी।
उन्होंने आगे कहा कि ये संयोजन है। सबसे पहले, वित्तीय प्रणाली तनाव में है वहीं वित्तीय स्थितियां बहुत तंग हैं। यह तेजी से विकास के लिए अनुकूल नहीं है।
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