नई दिल्ली:कांग्रेस ने उर्जित पटेल के भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर पद से इस्तीफा देने के बाद नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला और आरोप लगाया कि इस सरकार ने आरबीआई के रूप में एक और संस्था की गरिमा धूमिल कर दी है। पार्टी ने यह भी दावा किया कि 'आर्थिक अराजकता', भारत की मुद्रा नीति से समझौता करना और आरबीआई की स्वतत्रंता का हनन करना 'बीजेपी का डीएनए' बन गया है।

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, 'एक और संस्था आरबीआई की गरिमा को मोदी शासन ने धूमिल किया जो आरबीआई गवर्नर की विदाई में दिखता है।' उन्होंने आरोप लगाया, 'आर्थिक अराजकता, भारत की मुद्रा नीति से समझौता और सरकार द्वारा नियुक्ति कठपुतलियों के जरिए आरबीआई की स्वतंत्रता पर कुठाराघात करना भाजपा का डीएनए है।'

तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने सोमवार को रिजर्व बैंक के गवर्नर पद से उर्जित पटेल के इस्तीफे की पृष्ठभूमि में नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि इस सरकार में सीबीआई से लेकर आरबीआई तक सभी संस्थाएं संकट में हैं।

विपक्षी दलों की बैठक से बाहर निकलीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता ने पटेल के इस्तीफे का हवाला दिया और कहा, 'देश में राजनीतिक आपात की स्थिति तो थी ही अब आर्थिक आपात भी उत्पन्न हो गया है। CBI से लेकर RBI तक सभी संस्थाएँ संकट में है। ऐसे हालत पहले कभी नहीं रहे।' उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार पर 'तानाशाही' का आरोप लगाते हुए कहा, 'विपक्ष की यह बैठक कल भी जारी रखने का प्रस्ताव है जिससे हम सभी राष्ट्रपति से मिलकर उन्हें हालात से अवगत करा सकें।'

गौरतलब है कि रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया। हाल में केंद्रीय बैंक की स्वायत्तता को लेकर उनके और सरकार के बीच तनाव पैदा हो गया था।

एक संक्षिप्त बयान में पटेल ने कहा कि उन्होंने तत्काल प्रभाव से अपना पद छोड़ने का निर्णय किया है।उन्होंने अपने इस्तीफे का कारण नहीं बताया है।

पटेल आरबीआई के 24वें गवर्नर थे। उन्हें सितंबर 2016 में तीन साल के लिए इस पद पर गवर्नर नियुक्त किया गया था। उन्होंने रघुराम राजन की जगह ली थी।