मथुरा: केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह पांच राज्यों में हुए चुनावों के नतीजों को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं। उन्होंने एग्जिट पोल के अनुमानों को खारिज करते हुए कहा कि 11 दिसंबर को नतीजे भाजपा के पक्ष में आएंगे। उन्होंने कहा कि ये चुनाव सेमीफाइनल नहीं, बल्कि फाइनल तो 2019 में होगा।

गृहमंत्री रविवार को जीएलए यूनिवर्सिटी में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। जब उनसे पूछा कि क्या इन विधानसभा चुनावों को 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों का सेमीफाइनल समझा जाए? इस सवाल पर राजनाथ सिंह ने कहा कि 2019 का कोई सेमीफाइनल नहीं, बल्कि सीधा फाइनल ही होगा। इन चुनावों को सेमीफाइनल नहीं कह सकते। उन्होंने कहा कि चुनाव परिणामों के लिए 11 दिसंबर का इंतजार कीजिये। अभी से आकलन करना गलत होगा। चुनाव परिणाम भाजपा के पक्ष में ही आएंगे।

दिल्ली में संघ की धर्मसभा पर राजनाथ ने कहा कि धर्मसभा पर कोई आपत्ति नहीं, यह अच्छी बात है। अगर राम मंदिर बनता है, तो यह हम सबके लिए खुशी की बात है। बुलंदशहर प्रकरण में एक सैनिक के पकड़े जाने पर राजनाथ ने कहा कि यह प्रदेश सरकार का मामला है और प्रदेश सरकार इसकी जांच कर रही है। वे इस मामले में और कुछ नहीं बोलना चाहते।

पाकिस्तान में नेतृत्व परिवर्तन के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान की भारत के साथ संबंध सुधारने और वार्ता शुरू करने की बयानबाजियों पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने दो टूक कहा कि बिना आतंकवाद समाप्त किए पाकिस्तान से वार्ता संभव नहीं है।

गृहमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान को चाहिए कि वह सबसे पहले अपनी धरती पर पनप रहे आतंकवाद को समाप्त करे। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान को ऐसा करने में कोई समस्या आ रही है तो हम अच्छे पड़ोसी होने के नाते आतंकवाद खत्म करने में पाकिस्तान को मदद देने के लिए भी तैयार हैं। हम उसके यहां आतंकवाद समाप्त कर देंगे। राजनाथ ने कहा कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद खत्म नहीं करता, तब तक किसी भी प्रकार की वार्ता संभव नहीं है।

गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने ठा. बांके बिहारी के दर्शन करने के बाद वृंदावन में पत्रकारों से कहा कि भारत अब कमजोर देश नहीं रहा है। दुनिया के देशों में आर्थिक शक्ति के रूप में भारत उभर रहा है। भारत की तरफ कोई आंख उठाकर नहीं देख सकता।

गृहमंत्री के आने से पहले मंदिर के प्रमुख मार्ग और गेट संख्या एक पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। उनके आने से आधे घंटे पहले ही गेट संख्या एक से श्रद्धालुओ के आने-जाने पर रोक लगा दी गई। वीआईपी दर्शन दीर्घा को खाली कराया गया। गृहमंत्री ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच प्रभु दर्शन करने के साथ ही पूजा-अर्चना की। गृहमंत्री के साथ जीएलए के कुलाधिपति नारायण दास अग्रवाल, विधायक कारिंदा सिंह भी थे।