नई दिल्ली: सीबीआई में जारी विवाद के बीच असम मेघालय काडर के आईपीएस अधिकारी वाईसी मोदी अगले सीबीआई प्रमुख के पद पर नियुक्त किए जा सकते हैं। मोदी अभी एनआईए प्रमुख की हैसियत से जिम्मेदारी निभा रहे हैं। वे 2015 में सीबीआई में अतिरिक्त निदेशक के पद पर काम कर चुके हैं।

सीबीआई प्रमुख आलोक वर्मा जनवरी में रिटायर हो रहे हैं। आलोक वर्मा और दूसरे वरिष्ठ सीबीआई अधिकारी विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के बीच मची रार के बाद मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है।

केंद्र सरकार को ऐसी उम्मीद नहीं कि आलोक वर्मा के जनवरी 2019 में रिटायरमेंट से पहले ये मामला अब सुलटनेवाला है, सो केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय ने गृहमंत्रालय से अगले सीबीआई निदेशक की नियुक्ति के लिए उपयुक्त पैनल मांगे हैं। अगर मोदी सीबीआई प्रमुख की हैसियत से कार्यभार संभालते हैं तो एनआईए के नए प्रमुख की तालाश करनी होगी।

मोदी के साथ ही अगले सीबीआई प्रमुख के पद के लिए सीआईएसफ के चीफ राजेश रंजन, भारत स्काउट एंड गाइट के महानिदेशक रजनीकांत मिश्रा, दिल्ली पुलिस के प्रमुख अमूल्य पटनायक के साथ उप्र के डीजी पुलिस ओपी सिंह भी रेस में शामिल हैं। इसके अलावा भारत की विदेशी खुफिया एजेंसी रॉ और इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के प्रमुख पद पर भी नियुक्तियां होनी हैं।

रॉ प्रमुख अनिल धस्माना और आईबी प्रमुख राजीव जैन भी रिटायर होने वाले हैं। पहले ये कमोबेश तय था कि सीबीआई प्रमुख आलोक वर्मा रिटायर होंगे तो विशेष निदेशक राकेश अस्थाना उनकी जगह लेंगे और आईबी में धस्माना रिटायर होंगे तो उनके बाद नंबर-टू माने जाने वाले सामंत गोयल ही कमान संभालेंगे,लेकिन दोनों अधिकारी विवादों में फंस गए हैं।

आलोक वर्मा ने राकेश अस्थाना के खिलाफ कथित रिश्वतखोरी के मामले में एफआईआर दर्ज करवा दी है और उसी रिश्वतखोरी मामले में गोयल का नाम भी उछला था। ये बात अलग है कि इसके बाद भी गोयल का नाम भी अब भी रॉ के अगले मुखिया के तौर पर पैनल में है।

इनके साथ जम्मू कश्मीर के तेजतर्रार आईपीएस इलांगो का नाम भी रॉ के मुखिया के तौर पर तेजी से चल रहा है। आईबी प्रमुख राजीव जैन की जगल लेने के लिए बिहार काडर के आईपीएस अरविंद कुमार, मप्र काडर के आरके शुक्ला का नाम भी पैनल में शुमार है। दोनों अधिकारी अभी आईबी में ही तैनात हैं।