लखनऊ: बुलंदशहर में हुई हिंसा को लेकर उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह का बड़ा बयान आया है। उन्होने कहा कि बुलंदशहर की घटना एक बड़ी साजिश हैं। यह केवल कानून और व्यवस्था का मुद्दा नहीं है। मवेशियों के शव कैसे पहुंचे? इन्हें किन परिस्थितियों में कौन और क्यों लेकर आया?

इससे पहले मंगलवार को उत्तर प्रदेश के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) आनंद कुमार ने बताया कि इस मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। बुलंदशहर में हालात अब काबू में हैं। सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।

एडीजी आनंद कुमार ने कहा कि गोकशी और हिंसा के मामले में दो एफआईआर दर्ज की गई है। हमारी 6 टीमें अभी छापेमारी कर रही हैं। वीडियो फुटेज, चश्मदीदों के बयान पर ही कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच एसआईटी कर रही है।

उन्होने बताया कि जांच की जा रही है। किसी भी निर्दोष के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी। नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, जो लोग गिरफ्तार हुए हैं उनमें चमन, देवेंद्र, आशीष चौहान, सतीश हैं. उन्होंने कहा कि किसी भी संगठन का नाम सामने नहीं आया है। ये वो लोग हैं जो भीड़ में आगे थे।

बता दें कि सोमवार की देर रात बुलंदशहर में हिंसा हुई। भीड़ ने यहां एक पुलिसकर्मी सुबोध कुमार और एक आम नागरिक को मौत के घाट उतार दिया। इस मामले में पुलिस जांच कर रही है। पुलिस ने घटना की रात महाव और चिंगरावठी गांव में छापेमारी।