वाराणसी: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रमेश दीक्षित कल पार्टी के प्रदेशव्यापी जनजागरण अभियान के तहत भगवान महादेव की नगरी काशी (वाराणसी) पहुंचे । राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रमेश दीक्षित ने वाराणसी में पार्टी को कार्यकर्ताओं के सम्मलेन को संबोधित किया । तदुपरांत प्रदेश अध्यक्ष नें एक प्रेस कांफ्रेंस को भी संबोधित किया ।

राकापा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रमेश दीक्षित का भगवान शिव की नगरी काशी में कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया । कार्यकर्ता सम्मलेन को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रमेश दीक्षित ने केंद्र की और सूबे की भाजपा सरकार पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि “काशीविश्वनाथ कॉरिडोर परियोजना” के नाम पर ज्ञानवापी को भविष्य में ध्वस्त करने की योजना का पुलिंदा मात्र करार दिया । उन्होंने आगे कहा कि परियोजना के अंतर्गत काशीविश्वनाथ कॉरिडोर परियोजना को एक वक़्त में मायावती ने रुकवा दिया था। योगी सरकार के आने के बाद इसको पुन: दोबारा शुरू किया गया । इस परियोजना के तहत दोनों सरकार की मंशा है कि बाबा विश्वनाथ के मंदिर से लेके गंगा के घाट तक का जो रास्ता है को साफ़ करके एक बड़ा कॉरिडोर मैदान बनाया जाये , जिसके तहत अब तक हजारो ऐतिहासिक और पौराणिक मंदिरों को ध्वस्त किया जा चूका है । देश में इतने बड़े पैमाने पर कभी भी मंदिरों का ध्वस्तीकरण अभियान नहीं चला। सरकार कागजो पर कह रही है कि इस 500- 700 मीटर को चौड़ा करके गंगा को पानी बाबा विश्वनाथ मंदिर तक लाया जाएगा। डॉ. रमेश दीक्षित ने आशंका व्यक्त की , कि भविष्य में इस चौड़े कॉरिडोर का इस्तेमाल संघ परिवार मंदिर मुद्दे पर लोगो को जुटाने के लिए करेगा जिससे ज्ञानवापी को खतरा रहेगा।

डॉ. रमेश दीक्षित ने कहा कि काशी के मंदिरों, वहां के घाटों, गलियों, गंगा की अविरलता और सनातन संस्कृेति को बचाने के लिए यह परियोजना नहीं है । इन्हीं सब मुद्दों को लेकर परम धर्म संसद का पहली बार बनारस में आह्वान किया गया। लोगों तक यह संदेश न पहुंचने पाए कि योगी-मोदी की सरकारें बनारस में मंदिरों को तोड़ रही हैं और हजारों साल पुराने घांटों को ध्वपस्तह कर रही हैं, इसके लिए राजनीतिक एजेंट का काम करने वाले साधुओं ने अयोध्या की धर्म संसद की ओर ध्यािन बंटा दिया । उन्होंने आगे कहा कि बाबरी तोड़ने से पहले वहां भी इसी तरह बाबरी मस्जिद के आस पास का हिस्सा सौन्दर्यीकरण के नाम पर साफ़ कराया था, फिर उस मैदान पर ही लाखो की भीड़ जूटा कर बाबरी मस्जिद को ध्वस्त किया गया था ।

प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए डॉ. रमेश दीक्षित ने कहा कि देश और प्रदेश दोनों जगह पर भाजपा की सरकार है । सूबे में योगी की सरकार काबिज होने के बाद से प्रदेश में लॉ एंड आर्डर की स्थिति बद से बदतर हो गए है । पूरे सूबे में जंगलराज कायम है । हत्याएं , डकैती , बलात्कार आम बात है । प्रदेश की योगी सरकार मंदिर मुद्दे को आगे करके और जिलो के नाम बदल कर चुनाव से पहले सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करने का माहौल बना रही है और तनाव पैदा करने का काम कर रही है । संकल्प पत्र में किये गए वादों और विकास के मुद्दे को भरमाने का प्रयास किया जा रहा है, इस लिए बार बार योगी सरकार घूमफिर कर मंदिर मुद्दे को हवा दे रही है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम नाम वाले जिल के नाम बदल कर सरकार अपनी मुसलमान विरोधी मानसिकता का परिचय दे रही है । इसका कोई औचित्य नहीं है । सरकार सिर्फ तनाव पैदा करने का काम कर रही है । जिलो के नाम बदलने से न तो रोजगार पैदा होने जा रहा है , न ही कानून व्यवस्था सुधरने जा रही है और न ही किसान की हालात में सुधार पैदा हो रहा है यह सब नॉन इश्यूज है और सरकार की मुस्लिम विरोधी मानसिकता को प्रकट करती है । उन्होंने कहा कि मुसलमानों की वतनपरस्ती की एक लम्बी परंपरा रही है । यह वही कौम है को पाकिस्तान बनने के बाद भी भारत में ही रुकने का फैंसला लेती और कहती है कि भारत के धर्मनिरपेक्ष माहौल में ही उनका वजूद महफूज है ।

उन्होंने आगे कहा कि पूरे प्रदेश में विकास कार्य ठप्प पड़ा है , बेरोजगारी अपने चरम पर , कानून व्यवस्था ठप्प हो चुकी है , मुख्यमंत्री योगी के जिले गोरखपुर में ऑक्सीजन की कमी से चलते बच्चो की मौत के बाबजूद अभी भी पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं कराये है

उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी योगी सरकार से पूंछना चाहती है कि केंद्र में भी सरकार होने और सूबे में भी भाजपा की सरकार होने के बाद भी किसने अस्पतालों , डिग्री कालेजो , कौन से चाइल्ड प्रोटेक्शन होम और ओल्डऐज होम खोले है । गन्ना किसानो को फसल का भुगतान नहीं हो पा रहा है , धान खरीद केंद्र भ्रस्टाचार की भेंट चड़ा है प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रमेश दीक्षित ने कहा कि मौजूदा भाजपा सरकार हर मोर्चे पर फेल है , किसान तबाह है , बेरोजगार सड़क पर लाठी खा रहा है ,महिलाओं की अस्मत दिन दहाड़े खतरे में है । ऐसे में सभी गैर भाजपाई राजनैतिक दलों को एक साझा मंच पर आ कर भाजपा की आमआदमी विरोधी नीतियों का पर्दाफाश करते हुए हुनको हराने के काम करना होगा यही विपक्षी दलों की ऐतिहासिक ज़िम्मेदारी भी है उन्होंने नॉन भाजपा राजनैतिक दलों से आह्वाहन किया कि आज यह वक़्त का तकाजा है कि आमजन को मुक्ति दिलाने हेतु सभी को भाजपा के खिलाफ एक मजबूत लोकतान्त्रिक सेक्युलर आम आदमी परस्त विकल्प को प्रसुत करना होगा ताकि भाजपा के दावानल को आगामी लोकसभा के चुनावों में हराया जा सके ।