भुबनेश्वर: पहली बार पुरुष हॉकी विश्व कप में हिस्सा ले रही चीन की टीम ने पूल बी के ग्रुप स्टेज मैच में विश्व नंबर 7 इंग्लैंड के साथ 2-2 से ड्रॉ खेला। टालाके डु ने मैच के आखिरी मिनट में गोल कर चीन की हार टाल दी। कलिंगा स्टेडियम में खेले गए मैच में चीन की टीम इंग्लैंड से 1-2 से पीछे थी और यह तय लग रहा था कि वह अपने पहले विश्व कप अभियान की शुरुआत हार से करेगी, लेकिन टालाके डु ने 59वें मिनट में मिले मौके का पूरा फायदा उठाते हुए अपने देश को इस ऐतिहासिक मौके पर निराश होने से बचा लिया। मैच का पहला गोल हालांकि चीन ने ही किया था लेकिन इंग्लैंड ने दो गोल कर जीत की तरफ कदम बढ़ा दिए थे, जिस पर टालाके डु ने पानी फेर दिया।

चीन की टीम ने अच्छी शुरुआत की और अपने शानदार खेल के दम पर 5वें मिनट में ही गोल करने में सफल रही। चीन के लिए यह गोल जियाओपिंग गुओ ने किया। इंग्लैंड ने पहले क्वार्टर में ही बराबरी का गोल कर दिया। उसे 13वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला जिस पर मार्क ग्लेहॉर्न ने गोल कर स्कोर 1-1 से से बराबर कर लिया। दूसरे क्वार्टर में चीन को तीन और इंग्लैंड को दो पेनल्टी कॉर्नर मिले। 18वें मिनट में चीन को लगातार तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले। तीसरे प्रयास में गेंद नेट के अंदर चली गई थी, लेकिन रैफरल में इस गोल को नकार दिया गया और चीन को निराशा हाथ लगी। चीन की तरह ही इंग्लैंड इस क्वार्टर में मिले पेनल्टी कॉर्नर पर गोल नहीं कर पाई।

हालांकि, इग्लैंड ने चीन से बेहतर खेल दिखाया और उस पर दबाव भी बनाया। तीसरे क्वार्टर में इंग्लैंड के पास मौके आए जो असफल रहे। इंग्लैंड की टीम चौथे क्वार्टर की शुरुआत में अपना दूसरा गोल करने में सफल रही। उसके लिए यह गोल लियाम एनसेल ने 48वें मिनट में किया। यह फील्ड गोल था। चीन के डिफेंडर से उन्होंने गेंद ली और उसे नेट में डालकर अपनी टीम को 2-1 से आगे कर दिया। अपना पहला विश्व कप खेल रही चीन की टीम ने 59वें मिनट में मिले मौके को भुनाया और स्कोर बराबर कर लिया। टालाके डु ने पेनल्टी कॉर्नर पर इंग्लैंड के गोलकीपर जॉर्ज पिन्नर को छकाते हुए गेंद को नेट में डाल दिया और मैच बराबरी पर खत्म हुआ।