नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने के बाद बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दल ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायत करते हुए दोबारा मतदान की मांग कर रहे है। सत्ताधारी दल भाजपा और विपक्षी दल कांग्रेस ने कई मतदान केंद्रों में पुनर्मतदान की मांग की है। राज्य में मतदान के दौरान कई स्थानों पर ईवीएम की गड़बड़ी के चलते मतदान रुका था। तीन से चार घंटे तक मतदाता मतदान नहीं कर पाए। इसके चलते भाजपा और कांग्रेस ने पुनर्मतदान की मांग की है।

कमलनाथ ने की ईवीएम खराब होने की शिकायत- एमपी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने मतदान के बाद संवाददाताओं से कहा, “मैंने मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत और मुख्य निर्वाचन अधिकारी वीएल कांताराव के साथ टेलीफ़ोनिक वार्ता की थी और उन मतदान केंद्रों में फिर से मतदान की मांग की थी जहां ईवीएम तीन घंटों तक प्रयोग में नहीं थे।” हालांकि उन्होंने ऐसे बूथों की संख्या नहीं बताई जहां कांग्रेस ने फिर से मतदान की मांग की। कमलनाथ ने आधा दर्जन ऑडियो और वीडियो क्लिप दिखाकर आरोप लगाया कि बीजेपी नेताओं ने चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश की।

इस मामले में मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने कहा कि कांग्रेस ने संबंधित अधिकारियों से ईवीएम खराब होने के संबंध में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि पर्यवेक्षक इसकी जांच करेंगे और उसके बाद चुनाव आयोग को अपनी रिपोर्ट अग्रेषित करेंगे, फिर आगे की कार्यवाही की जाएगी।

बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने की निर्वाचन आयोग से मांग- भारतीय जनता पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी निर्वाचन आयोग से मांग की है कि मध्यप्रदेश के कुछ स्थानों पर ईवीएम मशीन खोलने में पोलिंग पार्टी को काफी समस्याएं आई थी, जिस कारण उन स्थानों पर देरी से मतदान प्रक्रिया शुरू हो पाई। मशीन एक के बाद एक खराब होती गई और कई स्थानों पर मशीनें उपलब्ध नहीं होने के कारण तीन से चार घंटे तक मतदान प्रक्रिया स्थगित रही, इससे नाराज होकर अधिकांश मतदाता मतदान किए बगैर ही लौट गए। सतना जिले में मतदान की प्रक्रिया बहुत लंबे समय तक बाधित रही, इस कारण से यहां पुनर्मतदान कराया जाना आवश्यक है।

इस मामले को लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा, “हमारी जानकारी के मुताबिक, मध्यप्रदेश के किसी भी हिस्से में ईवीएम खराब होने के कारण दो घंटों से अधिक समय तक वोटिंग नहीं रोकी गयी थी।”

प्रतिनिधिमंडल ने मांग करते हुए कहा कि भिंड जिले में आतंक के वातावरण में पुलिस मूकदर्शक बनी रही। अनेक स्थानों पर मतदाताओं को मतदान केन्द्र से भगाया गया। मतदान से वंचित किया गया। असामाजिक तत्वों का बोलबाला रहा। पूरे भिंड जिले का वातावरण निष्पक्ष तरीके से मतदान प्रक्रिया को संचालित नहीं कर सका। यहां भी पुर्नमतदान जरूरी है। प्रतिनिधिमंडल में शांतिलाल लोढ़ा, एस़एस़ उप्पल, ओमशंकर श्रीवास्तव, रवि कोचर शामिल थे।

वहीं कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि राज्य में हर एक विधानसभा क्षेत्र में एक से 70 मशीनों के खराब होने की बात सामने आई है। कांग्रेस की ओर से चुनाव आयोग में 150 शिकायतें की गई। कमलनाथ ने कहा है कि निर्वाचन आयोग के अनुसार अगर मतदान तीन घंटे से ज्यादा नहीं हो पाता है तो वहां पुर्नमतदान का प्रावधान है और इसी के चलते कांग्रेस ने पुर्नमतदान की मांग की गई है।