भोपाल : मध्यप्रदेश में 230 विधानसभा सीटों के लिए वोट पड़ चुके हैं. अब 11 तारीख को परिणाम का इंतजार है. लेकिन उससे पहले ही कयासों का दौर शुरू हो गया है. हर पार्टी अपनी जीत का दावा कर रही है. लेकिन जब एक पार्टी का वरिष्ठ नेता ही दूसरी पार्टी के जीत के दावे करने लगे तो क्या कहा जाएगा. बीजेपी के वरिष्ठ नेता और मंत्री रह चुके बाबूलाल गौर ने ऐसा दावा भले मजाक में किया हो, लेकिन इससे सियासी हलकों में हलचल तो शुरू हो ही चुकी है.

दरअसल वोट पड़ने के एक दिन बाद कांग्रेस के विधायक और भोपाल से चुनाव लड़ रहे आरिफ अकील बाबूलाल गौर से मिलने के लिए पहुंचे. यहां पर गौर ने अकील को बधाई दी. इसके साथ ही उन्होंने आरिफ अकील से कहा, कांग्रेस की सरकार आ रही है और आप मंत्री बन रहे हैं.

इस दौरान दोनों के बीच काफी देर तक चर्चा होती रही. यही नहीं बाबूलाल गौर ने तो यहां तक दावा कर दिया कि कांग्रेस ने बहू को टिकिट दिलाने में मेरी मदद की है. बाद में आरिफ अकील से जब इस मुलाकात के बारे में पूछा गया तो उन्होंने एक मंजे हुए नेता की तरह ही जवाब दिया. उन्होंने कहा, मैं गौर साहब से आशीर्वाद लेने आया था.

मध्यप्रदेश में इस बार के मतदान ने पिछली बार के रिकॉर्ड भी तोड़ दिए हैं. इस बढ़ी हुई वोटिंग के बाद ही पक्ष और विपक्ष इस पर अपने अपने दावे कर रहे हैं. मंत्री उमाशंकर गुप्ता का इस पर कहना है कि आरएसएस की वजह से बंपर वोटिंग हुई. उन्होंने कहा, आरएसएस ने लोगों को ज्यादा से ज्यादा वोटिंग करने के लिए कहा था इसकी का परिणाम है.