आज के इनोवेशन के दौर में जब टेक्नोलाॅजी तेज़ी से विकसित हो रही है, कम्प्यूटेशनल इन्टेलीजेन्स में इनोवेशन्स के विभिन्न पहलुओं को समझना ज़रूरी है। इस नेक्स्ट जैन टेक्नोलाॅजी का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है आपराधिक प्रयासों को पहले से समझने की क्षमता जिसके द्वारा अधिकारियों को अपराध रोकने के लिए पर्याप्त समय मिल सकता है। कम्प्यूटेशनल इन्टेलीजेन्स में इनोवेशन्स के व्यवहारिक, सैद्धान्तिक एवं अनुप्रयोगात्मक पहलुओं पर ध्यान केन्द्रित करते हुए नेक्स्ट जनरेशन कम्प्यूटिंग टेक्नोलाॅजीज, सोसाइटी आॅफ स्कूल आॅफ कम्प्यूटर साइन्स, यूपीईएस- देहरादून ने नेक्स्ट जनरेशन कम्प्यूटिंग टेक्नोलाॅजीज़- ‘‘कम्प्यूटेशनल इन्टेलीजेन्स’’ पर चैथे अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया। कार्यक्रम का आयोजन स्प्रिंगर, इंदरसाइन्स पब्लिशर्स, उत्तराखण्ड स्टेट काउन्सिल फाॅर साइन्स एण्ड टेक्नोलाॅजी , काउन्सिल आॅफ साइन्टिफिक एण्ड इंडस्ट्रियल रीसर्च, डीफेन्स रीसर्च एण्ड डेवलपमेन्ट ओर्गेनाइज़ेशन , एलसेवियर, सुमेरू इन्फ्रास्ट्रक्चर, सोलीटेयर ग्रुप आॅफ होटल्स एवं केटपा के सहयेाग से किया गया। इस राष्ट्रीय कार्यक्रम में दुनिया भर से अनुसंधानकर्ताओं एवं अकादमिकज्ञों ने हिस्सा लिया, जिन्होंने कई महत्वपूर्ण विषयों पर अपने शोध दस्तावेज प्रस्तुत किए, जैसे इन्फोर्मेशन एण्ड डेटा काॅन्वर्जेन्स, इमेज प्रोसेसिंग पैटर्न एनालिसिस एण्ड मशीन विज़न, ई-गवर्नेन्स एण्ड स्मार्ट वल्र्ड और क्राईम प्रेडिक्शन सपोर्ट सिस्टम- एक एआई आधारित दृष्टिकोण।

प्रोफेसर दीपेन्द्र कुमार झा, वाईस चांसलर- यूपीईएस ने सम्मेलन का उद्घाटन किया और अपने भाषण के दौरान मनुष्य के जीवन को बेहतर बनाने में स्मार्ट कम्प्यूटेशन के महत्व पर रोशनी डाली। डाॅ मर्चिन पैपरज़िकी, पाॅलिश एकेडमी आॅफ साइन्सेज़, पौलेण्ड ने अपने सम्बोधन के दौरान क्लाउड कम्प्यूटिंग एवं इंटरनेट आॅफ थिंग्स के महत्व पर चर्चा की। पद्मश्री प्रोफेसर डी बी पाठक, आईआईटी बाॅम्बे ने दूसरे सत्र में डिजिटल सदी की चुनौतियों पर चर्चा की, डाॅ अनुराग मिश्रा, दिल्ली युनिवर्सिटी ने काॅपीराईट संरक्षण के लिए इन्टेलीजेन्ट तकनीकों के महत्व पर प्रकाश डाला।