नई दिल्ली: धार्मिक स्थल करतारपुर साहिब गुरुद्वारे को जोड़ने वाले करतारपुर कॉरिडोर की सड़क के शिलान्यास समारोह के बाद भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने इसे खतरनाक बताया। कहा कि इस रास्ते पाकिस्तानियों को आने की इजाजत न दें। उन्होंने कहा, “करतारपुर कॉरिडोर खतरनाक कदम है। यदि यहां हमेशा सही तरीके से जांच नहीं की गई तो इसका दुरूपयोग हो सकता है। सिर्फ पासपोर्ट दिखाना ही काफी नहीं है। आप चांदनी चौक से 250 रुपये में एक पासपोर्ट ले सकते हैं। यहां आने वाले लोगों का छह महीने पहले रजिस्ट्रेशन होना चाहिए। हमें पाकिस्तानियों को यहां आने की इजाजत नहीं देनी चाहिए।” वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (25 नवंबर) को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा था कि, “गुरु नानक जी से जुड़े पवित्र स्थलों के मार्ग पर एक ट्रेन भी चलाई जाएगी। सरकार ने करतारपुर कॉरिडोर बनाने का एक महत्वपूर्ण निर्णय किया है ताकि हमारे देश के यात्री आसानी से पाकिस्तान के करतारपुर में गुरु नानक देव जी के पवित्र स्थल का दर्शन कर सकें।”

बता दें कि उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सोमवार (26 नवंबर) को करतारपुर साहिब गलियारे की आधारशिला रखी। सिख श्रद्धालुओं के लिए इस गलियारे के रास्ते पाकिस्तान स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा दरबार साहिब जाना सुगम हो जाएगा। गलियारे के निर्माण का फैसला 22 नवंबर को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने लिया था। गलियारे का निर्माण गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक से अंतरराष्ट्रीय सीमा तक किया जाएगा।

करतारपुर पाकिस्तान के पंजाब में नरोवाल जिले के शकरगढ़ में स्थित है। सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानकदेव ने अपने जीवन के 18 वर्ष यहां बिताए थे। करतारपुर साहिब गुरुद्वारा पाकिस्तान की सीमा से करीब तीन से चार किमी की दूरी पर रावी नदी के तट पर स्थित है। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि गलियारे का निर्माण कार्य चार महीने के भीतर पूरा हो जाएगा। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल, हरदीप सिंह पुरी और विजय सांपला भी मौजूद थे। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पाकिस्तान की ओर करतारपुर गलियारे के निर्माण के लिये भूमि पूजन कार्यक्रम का उद्घाटन 28 नवंबर को करेंगे।