लखनऊ। अखिलेश यादव द्वारा अयोध्या में सेना लगाए जाने की मांग पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विपक्षी दल मोर्चा संयोजक एवं बहुजन विजय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव चन्द्र ने कहा कि इस बयान ने 1990 की याद ताजी कर भर रहे जख्मों को फिर से हरा कर दिया है। अखिलेश यादव को पांचों वक्त नमाज पढ़ने की सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि अच्छा होता कि मुलायम सिंह के वंशज बाबर की रहनुमाई छोड़कर हिन्दुस्तान के जनता की मनोभावनाओं को समझने की कोशिश करते।

केशव चन्द्र ने कहा कि अखिलेश यादव का बयान कि – ‘भाजपा व उसके सहयोगी अयोध्या में किसी भी सीमा तक जा सकते हैं अतः सेना लगाई जाये’, गृहयुद्ध को आमंत्रण देने जैसा है। यह बयान करोड़ों हिन्दुओं की भावनाओं पर कुठाराघात् है। उन्होंने कहा कि अखिलेश हिन्दुओं की सुरक्षा के लिए सेना लगाने की बात नहीं कर रहे उन्हें मुस्लिमों की चिन्ता है साथ ही वे मन्दिर बनने की किसी भी संभावना से भयभीत हैं क्योंकि अखिलेश यादव अच्दी तरह जानते हैं कि मुस्लिम कौम को कभी हिन्दुओं से खतरा नहीं हो सकता। उन्होंने अखिलेश यादव के बयान को सुरक्षा की आड़ में हिन्दुओं को आतंकवादी साबित करने की अपनी असफल चेष्टा का प्रयास बताया तथा कहा कि देश के हिन्दू समुदाय को अखिलेश यादव से खतरा है।

बीवीपी अध्यक्ष ने कहा कि मन्दिर निर्माण में असहयोग करने वालों को आगे आने वाले दिनों में जनता उल्टा लटकायेगी। उन्होंने कहा कि विष्णु मन्दिर की बात करने वालों ने अपना बाप बदल लिया है तथा ओछी राजनीतिक मानसिकता के चलते दिल की बात जुबान तक आ पहुंची है। अच्छा तो यह होता कि मुलायम सिंह अपने पूरे परिवार के साथ अयोध्या में किये गये नरसंहार का प्रायश्चित करते तथा मन्दिर निर्माण की पहली ईंट रखते किन्तु ऐसा न करके उनका परिवार आज भी करोड़ों हिन्दुओं की भावनाओं से खेल रहा है।

केशव चन्द्र ने अखिलेश यादव को अपरिपक्व व ऐक्सीडेन्टल मुख्यमंत्री बताते हुए कहा कि थाली में परोसकर मुख्यमंत्री की कुर्सी पाने वाले अखिलेश यादव सपा को विनाश की राहों पर ले जा रहे हैं तथा यह बयान इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अखिलेश के नेतृत्व में हुए चुनावों में सपा की धज्जियां उड़ चुकी हैं। उन्हांेने चुटकी लेते हुए कहा कि जब-जब अधर्म की हानि होती है तथा धर्म की वृद्धि होती है तब-तब ऐसे धर्म-निरपेक्ष लोग अवतार लेते हैं।