नई दिल्ली: केंद्रीय कैबिनेट ने गुरुवार को एक बड़ा कदम उठाते हुए करतार कॉरिडोर को मंजूरी दे दी. केंद्र सरकार सभी सुविधाओं से लैस इस कॉरिडोर को अपने खर्च से तैयार करेगी. यह कॉरिडोर पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक से इंटनेशनल सीमा तक बनाया जाएगा. करतारपुर कॉरिडोर के जरिए सिख श्रद्धालु पूरे साल आसानी से पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब के दर्शन करने जा सकेंगे. पाकिस्तान सरकार से भी अपने क्षेत्र में ऐसा ही कॉरिडोर तैयार किए जाने के लिए अपील की जाएगी. ताकि सिख श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई परेशानी न उठानी पड़े.

पाकिस्तान के करतारपुर में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब सिखों के सर्वाधिक पवित्र धर्मस्थलों में से एक है. करतारपुर साहिब में गुरू नानक ने अपना अंतिम समय बिताया था.

केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर इसकी जानकारी दी. जेटली ने कहा, 'करतारपुर कॉरिडोर पर ही वीजा की सुविधा, कस्टम की सुविधा होगी. ताकि लोगों को किसी तरह की कोई दिक्कत ना हो. इसको पूरी तरह से केंद्र सरकार की फंडिंग के साथ तैयार किया जाएगा' इसके साथ ही उन्होंने बताया कि सुल्तानपुर लोधी को एक हैरीटेज टाउन व स्मॉर्ट सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा. यह स्थल गुरुनानक देव के जन्म से जुड़ा स्थल है. यहां एक हैरीटेज कॉम्पलेक्स भी बनेगा. जिसका नाम पिंड बाबा नानक धाम के नाम होगा. इसमें उनके जीवन की पूरी यात्रा के बारे में बताया जाएगा. इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इसके बारे में जानकारी दी थी.

पाकिस्तान से लगती सरहद पर भारत एक हाई पावर दूरबीन लगाएगा ताकि सिख श्रद्धालु करतारपुर साहिब को देख सकें. सरकार ने हालही में ऐलान किया कि गुरू नानक देव की 550वीं जयंती मनाने के कई आयोजन किए जाएंगे. इसके तहत उनकी याद में एक सिक्का और एक डाक टिकट भी जारी किया जाएगा. गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रोद्यौगिकी मंत्रालय पाकिस्तान में स्थित करतारपुर साहिब को देखने के लिए श्रद्धालुओं के लिए एक हाई पावर दूरबीन लगाएगा, जबकि रेल मंत्रालय एक ट्रेन चलाएगा जो सिख गुरू से संबंधित स्थानों से गुजरेगी.

बता दें, करतारपुर साहिब का मुद्दा तब सुर्खियों में आ गया था जब पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने दावा किया था कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने उनसे कहा है कि पाकिस्तान करतारपुर साहिब गालियारा खोल सकता है जो पंजाब में अंतरराष्ट्रीय सीमा के ठीक उस पार स्थित है, दरअसल, सिद्धू अपने दोस्त क्रिकेटर से सियासत में आए इमरान खान के प्रधानमंत्री पद पर शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए अगस्त में पाकिस्तान गए थे और वतन लौटने पर उन्होंने उक्त दावा किया था.