अन्य 11 के खिलाफ गैर जमानती वॉरेंट जारी

नई दिल्ली: मेरठ के हाशिमपुरा कांड में दोषी करार दिए गए पीएसी के 15 जवानों में से 4 जवानों ने दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट के सामने सरेंडर कर दिया। चारों को तिहाड़ जेल भेजा जाएगा। इसके अलावा अन्य जवानों के खिलाफ कोर्ट ने गैरजमानती वॉरेंट निकाला है। मालूम हो कि सभी दोषी जवानों के लिए सरेंडर करने के लिए दिया गया वक्त आज पूरा रहा था।

इससे पहले मामले में 31 अक्तूबर को फैसला सुनाते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने पीएसी के 16 जवानों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। इसमें से एक जवान की चार महीने पहले मौत चुकी है। शेष 15 जवानों को सरेंडर करने के लिए 22 नवंबर तक का वक्त दिया गया था।

उधर, सरेंडर के साथ ही पीएसी जवानों ने दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की तैयारी कर ली है। इसी माह के अंत तक याचिका दायर की जा सकती है। बता दें कि 22 मई 1987 को मेरठ के हाशिमपुरा में एक व्यक्ति की हत्या के बाद माहौल भड़का था। सर्च ऑपरेशन के नाम पर पीएसी जवानों पर 43 लोगों की हत्या कर मुरादनगर गंगनहर में फेंकने का आरोप है। हालांकि दिल्ली हाईकोर्ट ने 38 लोगों की हत्या मानी है।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मामले को 2002 में दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में ट्रांसफर किया गया। वर्ष 2006 में आरोप तय हुए। अभियोजन पक्ष की ओर से 91 लोगों की गवाही हुई। फैसले में एडिशनल सेशन जज संजय जिंदल ने कहा कि यह बहुत तकलीफदेह है कि कुछ निर्दोष लोगों को इतनी यंत्रणा झेलनी पड़ी और एक सरकारी एजेंसी ने उनकी जान ली।