छिंदवाड़ा : भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर से अपने भाषण के दौरान बड़ी गलती की है। उन्होंने सीताराम केसरी को ‘दलित’ बता दिया और कहा कि सोनिया गांधी को अध्यक्ष बनाने के लिए कांग्रेस ने उन्हें उठाकर बाहर फेंक दिया। जबकि सीतराम केसरी ‘दलित’ नहीं थे, बल्कि पिछड़े समाज (बनिया) से थे। वे बिहार की राजधानी पटना से सटे दानापुर के रहने वाले थे। पीएम ने मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में कहा, “मैंने कांग्रेस को चुनौती दी थी। मैंने उनसे कहा कि नेहरू जी की मेहरबानी है कि चायवाला प्रधानमंत्री बन गया। ये क्रेडिट लेने के लिए ऐसी-ऐसी चीजें खोज के ले आते हैं। अगर उन्होंने इतनी उदार परंपरा स्थापित की है, इतने उदार लोकतांत्रिक मूल्यों से वे समर्पित हैं, तो मैंने कहा था कि पांच साल के लिए इस परिवार के बाहर के किसी व्यक्ति को कांग्रेस अध्यक्ष बना कर के देखें।”