पटना: रालोसपा मुखिया और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार में सीट शेयरिंग पर बात बनती न देख मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने साफ कह दिया है कि अब वह इस मुद्दे पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मिलने की जगह सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगे. कुशवाहा ने चेतावनी दी कि अगर सीट शेयरिंग फार्मूले पर सहमति नहीं बनी तो 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. उपेंद्र कुशवाहा ने एक प्रेस कांफ्रेंस में नीतीश कुमार के कथित नीच वाले बयान को लेकर निशाना साधा और कहा कि अब पार्टी ऊंच-नीच विरोध दिवस भी मनाएगी. उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार में कानून व्यवस्था की स्थिति बदहाल होती जा रही है. मगर सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है. उन्होंने नीतीश कुमार सरकार से अपराध की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए जल्द से जल्द ठोस कदम उठाने की मांग की.

कुशवाहा ने आरोप लगाया कि उनकी पार्टी को तोड़ने की कोशिश हो रही है. इसका ठीकरा उन्होंने नीतीश कुमार पर फोड़ते हुए कहा कि इसके लिए नीतीश कुमार सीधे ज़िम्मेदार हैं और खुद मुख्यमंत्री पार्टी नेताओं को प्रलोभन दे रहे हैं ये घृणित काम हैं . नीतीश कुमार को ऐसी कोशिशों से बाज आना चाहिए. सीट शेयरिंग पर कुशवाहा ने कहा कि लगातार कोशिश की है. हमारी बात भूपेन्द्र यादव से हुई और उनके स्तर से जो सीट संख्या

ऑफर की गई उसे पार्टी की बैठक में ठुकरा दिया गया. कुशवाहा ने कहा कि इस महीने के अंत तक सीट शेयरिंग पर बातचीत कर समाधान करने की कोशिश करेंगे. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि वह अमित साह से बात नहीं करेंगे. कोशिश होगी कि प्रधान मंत्री से मिलकर इस सीट शेयरिंग का समाधान निकाला जाए. बता दें कि इससे पहले रालोसपा की बैठक में जहां दोनो विधायक नदारद रहे, वहीं मौजूद एक सांसद ने एनडीए के साथ रहने पर जोर दिया.