जयपुर: राजस्थान भाजपा में बगावत थमने का नाम नहीं ले रही है। विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने के विरोध में भाजपा विधायक एवं पूर्व विधायक तथा कई मंडल अध्यक्षों ने बगावत करते हुए पार्टी छोड़ने की घोषणा की है।

डूंगरगढ़ से भाजपा विधायक किसनाराम नाई ने टिकट नहीं मिलने पर पार्टी छोड़ने के साथ भारत वाहिनी पार्टी से चुनाव लड़ने का घोषणा की है। इसी तरह पूर्व विधायक अशोक नागपाल ने सूरतगढ़ से टिकट नहीं मिलने पर पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिय है। नागपाल श्रीगंगानगर से चुनाव लड़ेंगे।

बांसवाड़ा से पंचायती राज मंत्री धनसिंह रावत को टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर कई मंडल अध्यक्षों ने पार्टी छोड़ने की घोषणा की है। इसी तरह जहाजपुर में शिवजी राम मीणा को टिकट नहीं मिलने से उनके समर्थकों ने भीलवाड़ा में पार्टी कायार्लय के सामने जोरदार प्रदर्शन किया। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही दौसा से भाजपा सांसद हरीश मीणा कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।

बगावत के बीच भाजपा में शेष 38 सीटों पर उम्मीदवार तय करने के लिए पाटीर् के कोर ग्रुप की बैठक मुख्यमंत्री निवास पर शुरू हुई है। श्रम मंत्री जसवंत यादव सहित कई नेताओं ने कोर ग्रुप के सदस्यों से मुलाकात की है।

केंद्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने गुरुवार को जयपुर में कहा कि विधानसभा चुनाव में सामुहिकता के आधार पर विचारधारा के पोषक तथा विकास पर चलने वाले कार्यकतार्ओं को टिकट दिया गया है। शर्मा ने बताया कि उम्मीदवारों का चयन एक सप्ताह में नहीं बल्कि पांच साल के आकंलन के आधार पर किया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजस्थान को बीमारू से विकासशील राज्य बनाया है। प्रदेश में पर्यटन तथा नागरिक उड्डयन क्षेत्र में काफी काम हुआ है। उन्होंने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में विश्व मानचित्र पर भारत का स्थान 65 से 40 पर आ गया है।