भोपाल: विधानसभा चुनावों के बीच संघ के बहाने हिंदुत्व का मसला फिर से उबाल पर है। कांग्रेस के घोषणापत्र में संघ की शाखाओं को लेकर हुए ऐलान पर पलटवार करते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा बयान दे डाला है। उन्होंने एक कदम आगे बढ़ते हुए कहा, ‘संघ पर प्रतिबंध नहीं लग सकता। संघ की शाखाएं सरकारी दफ्तरों में भी लगेंगी और सरकारी कर्मचारी भी उनमें हिस्सा लेंगे। कोई इस पर रोक नहीं लगा सकता।’

बेड़िया में एक चुनावी रैली करने आए शिवराज ने पत्रकारों के सवाल पर जवाब देते हुए कहा, ‘संघ देशभक्तों का संगठन है। सरकारी कर्मचारी ही नहीं, हर देशभक्त संघ की शाखा में जा सकता है। सरकारी कर्मचारियों के शाखा में जाने पर प्रतिबंध को 2006 में मैंने ही हटाया था। संघ के हर आयोजन मे सभी को जाने की आगे भी छूट रहेगी। कांग्रेस अहंकार में जी रही है।’ उल्लेखनीय है कि इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा और प्रवक्ता संबित पात्रा ने घोषणा पत्र का हवाला देकर कांग्रेस भगवान राम और संघ के खिलाफ है।

भाजपा नेताओं के बयान सामने आने के बाद कांग्रेस ने भी पलटवार किया। मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमल नाथ ने कहा कि घोषणा पत्र में कांग्रेस ने कहीं भी यह नहीं कहा कि संघ पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। वहीं पार्टी के मध्य प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया ने कहा, ‘भाजपा मुद्दे से हटकर बयान दे रही है। शिवराज के बयान को निशाने पर लेते हुए बावरिया ने कहा कि ऐसा बयान देकर वे संविधान की मर्यादा को तोड़ रहे हैं क्योंकि कोई भी सरकारी कर्मचारी राजनीतिक पार्टी के सदस्य नहीं रह सकता। भाजपा के पास बिजली, किसान, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से जुड़े सवालों के जवाब देने की हिम्मत नहीं बची है।’