श्री राकेश कुमार मित्तल का जन्म दिनांक 8 अगस्त 1949 (श्रावण माह की पूर्णिमा) को उत्तर प्रदेश के जनपद मुजफ्फर नगर में स्थित पुरकाजी कस्बे में हुआ था। इनके पिता का नाम श्री शुगन चन्द्र था। घर की स्थिति अच्छी न होने के कारण इनकी देखभाल 10 वर्ष बड़ी बहन श्रीमती सोमा रानी गर्ग ने किया। इनका विवाह 19 जून, 1972 को श्रीमती अपर्णा मित्तल के साथ हुआ। इन्होंने कक्षा 8, हाईस्कूल एवं इण्टर की शिक्षा भी अपने आस-पास के शहरों से प्राप्त की। इसके पश्चात आई.आई.टी., ýड़की से मैकेनिकल इन्जीनियरिंग में स्नातक की उपाधि प्राप्त की।

श्री मित्तल भारतीय प्रशासनिक सेवा (उत्तर प्रदेश काडर) के एक वरिष्ठ एवं ईमानदार अधिकारी के रूप में जाने जाते थे। भारत सरकार में प्रशासनिक सेवा के साथ-साथ इनका मन आध्यात्म की ओर अग्रसर होने लगा और इन्होंने अपने आध्यात्मिक गुरु स्वामी श्री भूमानन्द तीर्थ, त्रिचूर, केरल के मार्ग दर्शन एवं कुछ अभिन्न मित्रों के सहयोग से सन् 1990 में समाज में सकारात्मक सोच को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ‘‘कबीर शांति मिशन’’ की स्थापना कानपुर में की। श्री मित्तल का जीवन बहुत ही संघर्ष पूर्ण रहा फिर भी इनकी सकारात्मक सोच बढ़ती ही गयी। इन्होंने भारत सरकार की सेवा करते हुए 2009 में सेवानिवृत्त होने के बाद अपने जीवन को समाजसेवा के लिए पूर्णतः समर्पित किया।

श्री राकेश कुमार मित्तल के बड़े पुत्र का नाम स्व. श्री अमित मित्तल एवं छोटे पुत्र का नाम स्व. श्री रोहित मित्तल था। दोनों पुत्रों का बचपन बहुत अच्छी तरह से बीता, युवावस्था में बीमारी से ग्रसित होने के कारण दोनों पुत्रों की मृत्यु सन् 2013 में हो गयी। किन्तु अपनी भावनाओं एवं संवेदनाओं को नियन्त्रित रखते हुए अपने पुत्रों की स्मृति में इन्होंने विपुल खण्ड, गोमती नगर, लखनऊ में ‘‘स्मृति भवन’’ का निर्माण कराया जिसका उद्देश्य समाज में सकारात्मक सोच को बढ़ाने हेतु विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन करना है।

श्री राकेश कुमार मित्तल को वर्ष 2017 में कैंसर की समस्या उत्पन्न हुई, जिसका इलाज इन्होेंने ‘टाटा मेमोरियल हाॅस्पिटल’, मुम्बई में डाॅ. शैलेश श्रीखण्डे के परामर्श में कराया गया। कैंसर का आपरेशन सफलता पूर्वक हो जाने के बाद वहाँ के डाक्टरों ने इन्हें कैंसर के ठीक होने की पुष्टि की। लेकिन तीन माह के पश्चात् पुनः कैंसर की समस्या उत्पन्न हो गयी, जिसका उपचार ‘टाटा मेमोरियल हाॅस्पिटल’, मुम्बई एवं लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ में होने के फलस्वरूप बीमारी का निदान नहीं हो सका और 11 नवम्बर, 2018 को तबियत अचानक खराब होने के कारण इन्हें के.जी.एम.यू., ट्रामा सेंटर, लखनऊ में भरती कराया गया। सघन इलाज के फलस्वरूप इनकी बीमारी का समाधान न हो सका और 13 नवम्बर, 2018 को प्रातः 8 बजे के.जी.एम.यू., ट्रामा सेंटर, लखनऊ में इन्होंने अन्तिम सांस ली। जीवन के प्रति सकारात्मक सोच रखने वाले श्री मित्तल की इच्छानुसार उनके ‘नेत्रदान’ मेडिकल कालेज में किये गये।

स्व. श्री राकेश कुमार मित्तल जी की स्मृति में ‘श्रद्धान्जली सभा’ शुक्रवार 16-11-2018 सांयकाल 4.00 बजे से सिटी माण्टेसरी स्कूल (सी.एम.एस.) विशाल खण्ड-1, गोमती नगर, लखनऊ के सभागार में आयोजित की जायेगी।