नई दिल्ली: राजस्थान में विधानसभा चुनावों से पहले ही भाजपा में बगावत के सुर फूटने शुरू हो गए हैं। जैतारण विधानसभा क्षेत्र से विधायक और मंत्री सुरेंद्र गोयल ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का ऐलान किया है। बता दें कि सुरेंद्र गोयल को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का काफी करीबी माना जाता है। लेकिन माना जा रहा है कि इस विधानसभा चुनावो में अपना टिकट काटे जाने से नाराज होकर उन्होंने ये फैसला उठाया है। गोयल ने अपना इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी को भेजा है। सुरेंद्र गोयल राजस्थान सरकार में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी और भूजल विभाग के मंत्री थे।

विधानसभा चुनावों से ऐन पहले मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के सामने 60 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की प्रस्तावित लिस्ट रखी थी। बताया जाता है कि इस लिस्ट में सभी नाम सीएम वसुंधरा राजे के प्रति समर्पित रहने वाले नेताओं के ​ही थे। वसुंधरा राजे ने ये लिस्ट पार्टी की चुनावी बैठक के दौरान रखी थी। अमित शाह ने इस लिस्ट को वहीं खारिज कर दिया।

पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कोर कमिटी से दोबारा लिस्ट बनाने के लिए कहा है। अमित शाह का जोर इस बात पर भी है कि टिकट पार्टी के उन जमीनी कार्यकर्ताओं को मिले, जिनका जनाधार भी अच्छा हो। बता दें कि इस कोर कमिटी में ज्यादातर नेता सीएम वसुंधरा राजे के विरोधी खेमे से आते हैं। वहीं भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने भी पांच सालों तक सीएम वसुंधरा राजे की हठ को सहा है। राजे ने प्रदेश अध्यक्ष से लेकर हर महत्वपूर्ण पद पर उस शख्स को काबिज करवाया जो पार्टी से पहले उनका वफादार था। शाह की कोशिश है कि अब प्रदेश में नेताओं को पार्टी से बड़ा बनने से रोका जाए।

कोर कमिटी की सिफारिश के आधार पर भाजपा ने रविवार (11 नवंबर, 2018) की रात 11.15 बजे लिस्ट जारी की थी। उम्मीदवारों के नामों का ऐलान केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा, राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी और भूपेंद्र यादव ने किया था। नई लिस्ट के मुताबिक भाजपा ने 12 महिलाओं, 25 नए चेहरों समेत 80 पुराने चेहरों को टिकट दी है। जैतारण विधानसभा सीट से सुरेंद्र गोयल का टिकट काटकर युवा चेहरे अविनाश गहलोत को मौका दिया गया है। इस तरह भाजपा अब तक नई लिस्ट में से कुल 200 सीटों में से 131 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। उम्मीद जताई जा रही है कि कांग्रेस भी आज अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर सकती है।

राजे ने करवाया भाजपा में शामिल: वहीं कांग्रेस और बसपा में रह चुके राजस्थान के नेता अभिनेष महर्षि सोमवार को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा के सूत्रों ने बताया कि महर्षि का चुरू क्षेत्र में अच्छा खासा प्रभाव है और पार्टी में उनके शामिल होने से विधानसभा चुनावों में उसे मदद मिलेगी। राजस्थान की मुख्यमंत्री राजे ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अपने क्षेत्र में उन्होंने कठिन मेहनत की है और मैं आश्वस्त हूं कि उनका जुड़ना पार्टी के लिए अच्छा रहेगा।’’

बसपा से भी लड़ चुके हैं चुनाव: महर्षि ने बसपा के टिकट पर 2014 का लोकसभा चुनाव चूरू से लड़ा था और दूसरे स्थान पर रहे थे। उन्होंने भाजपा के नेतृत्व में अपनी आस्था प्रकट करते हुए कहा कि उसके पास राज्य और देश को आगे ले जाने का नजरिया है। वहीं प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि महर्षि पहले कांग्रेस में थे लेकिन अच्छे लोग वहां पर घुटन महसूस कर रहे हैं। राजस्थान चुनावों के लिए भाजपा प्रभारी केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सात दिसंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की दूसरी सूची जल्द आएगी।