एसपीजी को मिली नई ज़िम्मेदारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में तैनात स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप यानी एसपीजी जवान अब एक और जिम्मेदारी संभालेंगे। एसपीजी जवान अब इस बात की भी पुष्टि करेंगे कि जिस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो या वीडियो बनाई जा रही हो तब कैमरे और पीएम के बीच में कोई खड़ा ना हो। हाल के दिनों में सरदार पटेल की ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ और केदारनाथ मंदिर परिसर में खिंचाई तस्वीरों में पीएम अकेले नजर आए थे। कथित तौर पर कुछ वीडियो भी सामने आईं जिसमें एसपीजी जवान लोगों को एक तरफ कर रह रहे हैं। इससे जुड़ा वीडियो हाल के दिनों किसी ने शेयर भी किया था। हालांकि बाद में शख्स को इतना ट्रोल किया गया कि उसने अपने ट्विटर अकाउंट ही डिलीट कर दिया।

बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के एक साल बाद साल 1985 में एसपीजी का गठन किया था। प्रधानमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री और उनके परिवार को संभावित खतरे के आधार पर एसपीजी सुरक्षा दी जाती है। वर्तमान में प्रधानमंत्री के अलावा गांधी परिवार के तीन सदस्यों, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को यह सुरक्षा मिली है। एसपीजी के जवान अत्याधुनिक हथियारों और उपकरणों से लैस होते हैं।

गौरतलब है कि हाल के दिनों में पूर्व पीएम और उनके परिवार को दी जानी वाली एसपीजी सुरक्षा को लेकर समीक्षा की गई थी। तब खबर आई थी कि केंद्र ने मनमोहन सिंह की सुरक्षा घटा दी है। जबकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सुरक्षा बढ़ाने की बात कही गई। एसपीजी सुरक्षा पीएम मोदी, सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्य राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को मिली हुई है।

खबरों के मुताबिक पूर्व में सुरक्षा समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस मीटिंग पीएम पीएम मनमोहन सिंह की सुरक्षा में कटौती का फैसला लिया गया। उनकी सुरक्षा में एसपीजी जवानों की संख्या घटाकर 125 से 95 कर दी गई। मीटिंग में पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की सुरक्षा में भी कटौती की गई थी। हालांकि उनका बाद में निधन हो गया। मीटिंग में एसपीजी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सुरक्षा कम करने से इनकार कर दिया था।