नई दिल्ली: देश के सरकारी बैंकों का काफी पैसा एनपीए के तौर पर फंसा हुआ है। पंजाब नेशनल बैंक बीते दिनों हुए 14000 करोड़ रुपए के घोटाले के झटके से अभी तक उबर नहीं सका है। अब एक बार फिर पीएनबी बैंक से फर्जीवाड़े की खबर सामने आयी है। दरअसल पंजाब नेशनल बैंक की लंदन स्थित ब्रांच से 37 मिलियन डॉलर या 268 करोड़ रुपए के फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। इस मामले में बैंक ने 5 भारतीयों, 1 अमेरिकी और 3 कंपनियों के खिलाफ यूके हाईकोर्ट में मुकदमा दर्ज कराया है। बता दें कि पंजाब नेशनल बैंक का सहायक बैंक पीएनबी (इंटरनेशनल) लिमिटेड की इंग्लैंड में 7 शाखाएं हैं। कोर्ट में दाखिल केस में बैंक ने आरोप लगाया है कि आरोपियों ने फर्जी कागजात के आधार पर कई बार लोन लिया। साथ ही आरोपियों ने कॉन्ट्रैक्ट का भी उल्लंघन किया है।

पीएनबी का कहना है कि पैसा साल 2011 से लेकर 2014 के बीच यूएस में रजिस्टर्ड 4 कंपनियों डॉलर के रुप में दिया गया था। चारों कंपनियां स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र से संबंधित हैं। इन कंपनियों का नाम है SEPL, Pesco Beam USA, Trishe Wind और Trishe Resources हैं। SEPL ऑयल रिसाइकिल प्लांट ऑपरेट करती है। इस कंपनी पर 17 मिलियन का लोन है। इसमें से 10 मिलियन डॉलर पीएनबी बैंक का और 7 मिलियन डॉलर बैंक ऑफ बड़ौदा का बकाया है।

Pesco Beam USA भी ऑयल रिफाइनिंग के क्षेत्र में है और इसकी फैक्ट्रियां चेन्नई और अमेरिका के वर्जीनिया में स्थित हैं। इस कंपनी पर बैंक का 13 मिलियन डॉलर बकाया है। Pesco के एमडी और उनके भाई, जो कि चेन्नई के निवासी हैं और अमेरिका में कंपनी के सीईओ ल्यूक स्टेनग्ल को इस धोखाधड़ी के मामले में आरोपी बनाया गया है। साथ ही बैंक ने Pesco कंपनी के साथ ही Trishe Resources और Trishe Wind के खिलाफ भी केस दर्ज कराया है। पीएनबी का आरोप है कि Trishe Resources पर 10 मिलियन डॉलर का बकाया है, वहीं Trishe Wind पर बैंक का करीब 3 मिलियन डॉलर बकाया है।