श्रेणियाँ: राजनीति

औरंगाबाद, उस्मानाबाद के नाम कब बदलेंगे?

शिवसेना का सीएम फड़णवीस से सवाल

नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश में शहरों के नाम बदले जाने के बाद शिवसेना ने महाराष्ट्र सरकार पर दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया है। शिवसेना ने गुरुवार को देवेंद्र फड़णवीस सरकार से पूछा कि वह औरंगाबाद और उस्मानाबाद के नाम कब बदलने जा रही है। यूपी की योगी सरकार ने इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज और फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या किया है।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री फड़णवीस पर निशाना साधते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने पूछा, 'योगी आदित्यनाथ ने इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज और फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या किया है। मुख्यमंत्री फड़णवीस औरंगाबाद का नाम सम्भाजी नगर और उस्मानाबाद का नाम धराशिव नगर कब करेंगे?' शिवसेना इन दोनों शहरों का नाम बदलने के पक्ष में है

यूपी में शहरों के नाम बदले जाने के बाद देश के कई भागों में शहरों का नामकरण नए सिरे से करने की मांग उठ रही है। यूपी सरकार की तर्ज पर गुजरात सरकार ने भी अहमदाबाद का नाम बदलकर कर्णावती करने की इच्छा जताई है। इस दौरान यूपी के आगरा, आजमगढ़ और सुल्तानपुर शहरों के नाम बदलने की मांग जोर पकड़ रही है।

गुजरात के सीएम विजय रूपाणी ने मीडियाकर्मियों से बातचीत कहा है कि अहमदाबाद का नाम कर्णावती करने के बारे में उनकी सरकार कानूनी पहलुओं को देख रही है। हिमाचल प्रदेश सरकार भी अपनी राजधानी शिमला का नाम बदलकर 'श्यामला' करने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है। बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी पश्चिम बंगाल का नाम बदलकर 'बांग्ला' करना चाहती हैं लेकिन उनके इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार की मंजूरी नहीं मिल पाई है।

Share

हाल की खबर

सरयू नहर में नहाने गये तीन बच्चों की मौत, एक बालिका लापता

मृतको में एक ही परिवार की दो सगी बहने, परिजनो में मचा कोहरामएसडीएम-सीओ समेत पुलिस…

मई 1, 2024

बाइक सवार दोस्तों को घसीट कर ले गई कंबाइन मशीन, एक की मौत, दूसऱे की हालत गंभीर ,लखनऊ रेफर

बाइक सवार मित्रों को गांव से घसीटते हुए एक किलो मीटर दूर ले गई,सहमे लोग…

मई 1, 2024

एचडीएफसी बैंक के पेजैप ऐप को ‘सेलेंट मॉडल बैंक’ का पुरस्कार मिला

मुंबईएचडीएफसी बैंक के मोबाइल ऐप पेज़ैप (PayZapp) को 'सेलेंट मॉडल बैंक' अवार्ड मिला है। एचडीएफसी…

मई 1, 2024

पत्रकारों के पेंशन और आवास की समस्या का होगा समाधानः अवनीष अवस्थी

-कम सैलरी में पत्रकारों का 24 घंटे काम करना सराहनीयः पवन सिंह चौहान -यूपी वर्किंग…

मई 1, 2024

पिक्चर तो अभी बाक़ी है, दोस्त!

(व्यंग्य : राजेंद्र शर्मा) हम तो पहले ही कह रहे थे, ये इंडिया वाले क्या…

मई 1, 2024

आज के दौर में ट्रेड यूनियन आंदोलन और चुनौतियां

(अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर विशेष आलेख : संजय पराते) आजादी के आंदोलन में ट्रेड यूनियनों…

मई 1, 2024