नई दिल्ली: अयोध्या में राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद और राम मंदिर निर्माण को लेकर मुख्ममंत्री योगी आदित्यनाथ एक इंटरव्यू में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर कहा कि हमारे लिए आस्था भी महत्वपूर्ण है और विकास भी महत्वपूर्ण है। आस्था का भी सम्मान होगा और विकास व जनता की आवश्यकता की भी पूर्ति करेंगे। हम दोनों को लेकर चल रहे हैं। अयोध्या का सर्वांगीन विकास किया जाएगा। उन्होंने कहा, अयोध्या को उसकी पहचान उपलब्ध कराना। इसके लिए हम पूरी तत्परता के साथ काम कर रहे हैं। आगे भी करेंगे। साधु संतों की नाराजगी के सवाल पर उन्होंने कहा, कोई साधु संत नाराज नहीं हैं कल भी हमारे साथ थे आज भी हमारे साथ हैं। आगे भी सब साथ में रहेंगे। जब पूछा गया कि क्या आप अध्यादेश लाना चाहते हैं या कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहते हैं तो उन्होंने कहा, हम लोग संवैधानिक दायरे में रहकर राम जन्मभूमि समस्या का समाधान चाहते हैं। जो भी संभव रास्ते होंगे उस रास्ते को निकालेंगे।

इंटरव्यू में कहा कि यह बात सत्य है कि कोई संत, कोई महंत, कोई जगत गुरु, कोई महा मंडलेश्वर और कोई आध्यत्मिक राम भक्त योगी आदित्यनाथ जी से नाराज नहीं हैं। ये बात उन्होंने बिल्कुल सत्य कहा है। केवल नाराजगी न्यायालय से है। न्यायालय ने हिंदुओं के साथ अन्याय किया है। न्यायालय को न्याय करना चाहिए बल्कि न्याय ना करके अन्याय के माध्यम से कपिल सिब्बल के कहने पर इसको आगे बढ़ा दिया। 2018 में जो निर्णय होना था उसको 2019 में घसीट दिया। यही स्थिति रही तो कहेंगे 2019 में नहीं, 2020 में 2030 में और 2040 में। 70 वर्षों से कांग्रेस ने इस मुकदमे को लटकाया। 500 वर्षों से अंग्रेजों ने लटकाया। ये कब तक लटकेगा। इसलिए संतों ने धैर्य को छोड़ दिया है।

इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या की पहचान भगवान श्री राम से है। सरकार अयोध्या की भावनाओं का सम्मान करती है। साथ ही उन्होंने बड़ा ऐलान करते कहा कि श्री राम की पूजनीय मूर्ति मंदिर में स्थापित होगी और दर्शनीय मूर्ति सरयू के किनारे होगी। उन्होंने कहा कि मूर्ति स्थापित करने के लिए जगह के चयन का काम जारी है। प्रोजेक्ट अंतिम चरण में है, जल्द काम पूरा कर लिया जाएगा।

इससे पहले मंगलवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया कि फैजाबाद जिला अब से अयोध्या के नाम से जाना जाएगा। सीएम ने कहा, अयोध्या हमारी आन, बान और शान का प्रतीक है। योगी ने कहा, कोई अयोध्या के साथ अन्याय नहीं कर सकता है। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि अयोध्या की पहचान भगवान राम से है। आदित्यनाथ ने दीपावली के अवसर पर आयोजित दीपोत्सव में ये बातें कहीं। कुछ दिन पहले ही उन्होंने इलाहाबाद का नाम बदल कर प्रयागराज कर दिया। उन्होंने अयोध्या में भगवान राम के नाम पर एक नया एयरपोर्ट और भगवान राम के पिता राजा दशरथ के नाम पर जिले में एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना का भी ऐलान किया।