नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश हाल ही में कुंभ नगरी इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया था। इस फैसल का विपक्ष ने जमकर विरोध किया था। लेकिन सरकार ने इस परिवर्तन को सही ठहराया था। अब दीपावली से पहले विश्व हिंदू परिषद और भाजपा के सांसद विनय ​कटियार ने उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की है कि वह फैजाबाद जिले का नाम में परिवर्तन करें।

भाजपा सांसद विनय कटियार और विश्व हिंदू परिषद ये मांग की है कि अयोध्या जिस फैजाबाद जिले में आता है, उस जिले का ही नाम बदलकर फैजाबाद से ‘श्री अयोध्या’ रख दिया जाए। सांसद विनय कटियार ने कहा,”जब फैजाबाद जिले के नगर निगम को अयोध्या नगर निगम कहा जाता है तो जिले का नाम बदलने में क्या समस्या है? सरकार अगर फैजाबाद जिले का नाम बदलकर श्री अयोध्या रख दे तो इस फैसले का साधु-संत भी स्वागत करेंगे।”

बता दें कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार (5 नवंबर) को इलाहाबाद शहर का नाम बदलकर प्रयागराज करने पर हो रही आलोचना पर पलटवार किया था। योगी आदित्यनाथ ने ने अपने फैसले को सही ठहराते हुए विपक्ष पर चुटकी ली थी। उन्होंने कहा, “लोग कह रहे हैं कि क्यों नाम बदल दिया, नाम से क्या होता है? मैंने कहा कि तुम्हारे मां-बाप ने तुम्हारा नाम रावण या दुर्योधन क्यों नहीं रख दिया?”

सीएम योगी ने कल पत्रकारों से बातचीत में कहा, “नाम का काफी महत्व होता है। इस देश के अंदर सबसे अधिक नाम राम से जुड़ते हैं। मैं मानता हूं कि अनुसूचित समाज के सबसे अधिक नाम राम से जुड़े हैं। हर वक्त अपने साथ राम जोड़ते हैं। नाम का ही महत्व है। यह नाम ही हमारी गौरवशाली परंपरा के साथ जोड़ता है। इसमें प्रयागराज नाम क्यों नहीं होगा?”

बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट ने बीते 16 अक्टूबर 2018 को इलाहाबाद का नाम बदलकर ‘प्रयागराज’ करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। लोकभवन में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद राज्य सरकार के प्रवक्ता व स्वास्थ्य मंत्री डॉ.सिद्धार्थनाथ सिंह ने मीडिया को बताया था कि इलाहाबाद अब से प्रयागराज के नाम से जाना जाएगा।

उन्होंने कहा था कि, “इलाहाबाद की पौराणिक पहचान के दृष्टिगत जिले का नाम प्रयागराज किए जाने को कैबिनेट की स्वीकृति मिल गई है। नाम परिवर्तन से राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। ऋग्वेद, महाभारत और रामायण में प्रयागराज का उल्लेख मिलता है।”

वहीं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ आज (6 नवंबर) को अयोध्या में दीपोत्सव मनाने जाएंगे। इस दौरान वे सरयू किनारे भगवान राम की 100 मीटर ऊंची प्रतिमा बनवाने की घोषणा कर सकते हैं। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि योगी आदित्यनाथ लोगों को राम मंदिर बनाने के अपने वादे के बारे में विश्वास दिलाएंगे। साथ ही अयोध्या में कई विकास परियोनाएं म्यूजियम, आर्ट गैलरी, राम को समर्पित एयरपोर्ट की घोषणा की जाएगी। वे सरयू किनारे भगवान राम की भव्य प्रतिमा निर्माण की भी घोषणा कर सकते हैं।

उन्होंने कहा, “राज्य सरकार ने 330 करोड़ रुपये की लागत से 100 मीटर ऊंची भगवान श्रीराम की प्रतिमा बनाने की योजना बनाई है। यह प्रतिमा सरयू नदी किनारे 36 मीटर ऊंचे तल पर स्थापित की जाएगी।” दरअसल, 31 अक्टूबर को गोरखपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए आदित्यनाथ ने कहा था कि वे अच्छी खबर लेकर अयोध्या जाएंगे।