शिवपाल यादव ने पार्टी के नए कार्यालय में पुराने संघर्ष के साथियों का किया स्वागत

लखनऊ: प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के कार्यालय 6 लाल बहादुर शास्त्री मार्ग पर शनिवार को पार्टी की औपचारिक बैठक सम्पन्न हुई। पार्टी के नेता व प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने नए पदाधिकारियों का स्वागत करते हुए कहा कि नए पार्टी के नए कार्यालय में पुराने संघर्ष के साथियों का स्वागत है, उन्होंने यह भी कहा कि नई पार्टी के गठन के पीछे समाजवादी पार्टी का समाजवाद व पार्टी के मूल सिद्धांतों से भटकाव ही मुख्य वजह रही है। खांटी समाजवादी साथियों की लगातार उपेक्षा से ऐसा राजनीतिक परिदृश्य बन रहा था जिसमें नई पार्टी का गठन अपरिहार्य हो गया था। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी अब जमीन पर उन बुनियादी मुद्दों पर काम करेगी जो नौजवानों, किसानों, पिछड़ों व अल्पसंख्यकों के जीवन में आमूल चूल बदलाव ला सके। साथ ही बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि पार्टी को बूथ स्तर पर 30 नवम्बर से पहले जाना है।

बैठक में यह भी तय हुआ कि आने वाले दिनों में भाजपा के जनविरोधी नीतिगत निर्णयों का मुखरता से विरोध किया जाएगा।
श्री यादव ने पदाधिकारियों से बातचीत के क्रम में उन्हें अपने संघर्ष के दिनों की कहानियां सुनाई। बताया कि कैसे राजनीतिक जीवन के कई कई साल सड़कों पर संघर्ष में बीते।
नेता जी पर कहा कि वे हमारे पथ प्रदर्शक हैं, आज जो जहां है, अपने सार्वजनिक जीवन में हम सभी ने जो राजनीतिक अनुभव हासिल किया है, सब नेता जी की देन है।

बैठक के दौरान यह भी निर्णय हुआ कि अति शीघ्र सभी पदाधिकारियों की राय व आपसी सहमति से पार्टी का स्थापना राष्ट्रीय सम्मलेन होना है, जिसके लिए जल्द ही स्थान व तिथि का निर्णय लिया जाएगा। बैठक में पूर्व सांसद व विधायक रघुराज सिंह शाक्य, पूर्व विधायक राम नरेश यादव, पूर्व सांसद वीरपाल यादव, पूर्व मंत्री शारदा प्रताप शुक्ल, पूर्व मंत्री शादाब फातिमा, चौधरी रक्षपाल, पार्टी के महासचिव आदित्य यादव व प्रवक्ता दीपक मिश्र ने अपने विचार रखे कार्यक्रम का संचालन पार्टी के प्रवक्ता अभिषेक सिंह आशू ने किया।

बीटीसी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज की निंदा

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव जी ने बीटीसी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज की घटना की कड़े शब्दों में निन्दा की। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार युवाओं को रोजगार देने के बजाय उनपर लाठियां बरसा रही है। इसका खामिजाया उन्हें जरूर भुगतना पड़ेगा। जो युवा अपनी समस्याओं को लेकर लखनऊ पहुंच रहे हैं, उन पर लाठीचार्ज करवाया जा रहा है, निहत्थे किसानों पर अभी कुछ दिनों पहले लाठियां बरसाई गईं. प्रदेश में अपराध का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है। यह सब बेहद शर्मनाक व चिंताजनक है।