नई दिल्ली : सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजे जाने के सरकार का फैसले का विरोध करते हुए राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है. सीबीआई डायरेक्टर को पीएम ने रात को दो बजे हटाया, यह भारतीय संविधान का अपमान है, सीजेआई और विपक्ष के नेता और देश की जनता का अपमान है. उन्होंने कहा कि सीबीआई डायरेक्टर को इस तरह हटाना गैरकानूनी भी है और आपराधिक भी है.

राहुल गांधी ने कहा, 'सीबीआई डायरेक्टर को हटाने या नियुक्त करने का काम तीन लोगों की कमेटी करती है. इस कमेटी में पीएम, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया और विपक्ष के नेता शामिल होते हैं. पीएम मोदी ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया और नेता विपक्ष से पूछे बिना सीबीआई डायरेक्टर को हटाया है.'

राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें सीबीआई डायरेक्टर को हटाने की खबर पूरे देश की तरह सुबह ही मिली है, क्योंकि उन्हें तो रात में हटा दिया. राहुल गांधी ने अपने आरोप को एक बार दोहराया कि राफेल सौदे की जांच न हो इसके लिए लिए ही सीबीआई डायरेक्टर को हटाया गया है. अगर सीबीआई जांच शुरु हो जाती तो दूध का दूध, पानी का पानी हो जाता और इससे घबराकर, डरकर प्रधानमंत्री ने सीबीआई डायरेक्टर को हटा दिया

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सीबीआई डायरेक्टर को रात के 2 बजे को हटाने का कारण था उनके कमरे को सील किया गया और जो दस्तावजे उनके पास थे वो लिए गए, सबूतों को दबाने की कोशिश की जा रही है.