नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर सरकार ने मंगलवार को उस आदेश को वापस ले लिया है जिसमें शिक्षा विभाग से शैक्षणिक संस्थानों में भगवद् गीता और कोशुर रामायण की प्रतियां उपलब्ध कराने को कहा गया था।
इस मामले में एक अधिकारी ने कहा कि मुख्य सचिव के निर्देश के तहत कुछ धार्मिक पुस्तकों को शामिल किए जाने के संबंध में परिपत्र (सर्कुलर) को वापस ले लिया गया है।

बता दें कि बीते सोमवार को राज्य सरकार ने राज्य के स्कूल शिक्षा निदेशक को भगवद् गीता और कोशुर रामायण धार्मिक पुस्तकें खरीदने का निर्देश दिया था।
वहीं जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने सरकार के इस आदेश के सामने आने के बाद सवाल उठाते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने ट्विट कर लिखा की सिर्फ गीता और रामायण ही क्यों?

अगर स्कूलों में धार्मिक ग्रंथ रखे ही जाने हैं तो इन्हें सिर्फ एक धर्म के आधार पर ही क्यों चुना जा रहा है और सरकार अन्य पंथों और धर्मों को नजरअंदाज क्यों कर रही है?