संगीत एक व्‍यायाम की तरह है, जिससे मन को सुकून तो मिलता है साथ ही यह कई प्रकार की बीमारियों के उपचार में भी सहायक है। अर्थराइटिस जैसी बीमारी के उपचार में आप संगीत थेरेपी का सहारा ले सकते हैं।

संगीत सुनने से अर्थराइटिस के दौरान होने वाला दर्द भी कम हो जाता है। अगर आपको ऑस्टियोअर्थराइटिस और रूमेटाइड अर्थराइटिस से ग्रस्‍त हैं और इससे होने वाले दर्द को बर्दास्‍त नहीं कर पाते हैं तो आपको संगीत थेरेपी आजमानी चाहिए। इस लेख में विस्‍तार से जानिये कैसे अर्थराइटिस के दर्द को कम करने में सहायक होता है संगीत।

अमेरिका के ओहियो स्थित क्‍लीवेनलैंड क्‍लीनिक फाउंडेशन द्वारा किये गये शोध में यह बात सामने आयी। इस शोध के अनुसार जो लोग ऑस्टियोअर्थराइटिस या रूमेटाइड अर्थराइटिस से ग्रस्‍त हैं अगर वे इसके दर्द के दौरान संगीत सुनते हैं तब उन्‍हें दर्द का एहसास कम होता है। इस शोध में शामिल लोगों ने सप्‍ताह भर रोज एक घंटे संगीत सुना, उनमें दर्द की शिकायत के साथ-साथ तनाव भी कम दिखा।

इस शोध की माने तो अर्थराइटिस से ग्रस्‍त लोगों में दर्द की शिकायत अन्‍य लोगों की तुलना में 20 प्रतिशत तक कम दिखी। 2012 में यह शोध प्रकाशित किया गया था। जिन लोगों ने उपचार के दौरान भी संगीत सुना उनमें दर्द कम दिखा और तनाव का स्‍तर भी कम था। इसके अलावा जिन लोगों के पास संगीत सुनने के लिए कोई उपकरण नहीं है, अगर वे अपना मनपसंद गाना गुनगुनाते हैं तब तब भी उनमें दर्द का स्‍तर कम होता है।

दरअसल संगीत सुनने का सीधा असर हमारे दिमाग पर होता है और यह हमारे मूड को ठीक भी करता है, जिससे दिमाग में तनाव के साथ अन्‍य दर्द को कम करने वाले हार्मोन का स्राव पूरे शरीर में होता है जिससे दर्द कम होता है। संगीत सुनने से दिमाग में डोपामाइन केमिकल का स्‍तर बढ़ जाता है और यह हमें खुशी प्रदान करने वाला केमिकल है और इससे दर्द भी कम होता है।

इसके लिए यह बिलकुल भी जरूरी नहीं कि आप एक निश्चित समय पर ही संगीत सुनें। दिन में कभी भी एक घंटे आप संगीत सुन सकते हैं और इसका असर पूरे दिन तक आपके शरीर पर रहता है।

अगर आप संगीत सुन रहे हैं तो कोशिश करें कि उसका वौल्‍यूम कम हो। इसलिए आप क्‍ला‍सिकल संगीत अधिक सुनें, इनमें ज्‍यादा शोर नहीं होता और यह दर्द को कम करने में भी सहायक है। फ्लोरिडा के अटलांटिक यूनिवर्सिटी द्वारा किये गये शोध के अनुसार, अगर आप ऑस्टियोअर्थराइटिस और रूमेटाइड अर्थराइटिस के दर्द को कम करना चाहते हैं तो रॉक या पॉप म्‍यूजिक की बजाय क्‍लासिकल म्‍यूजिक सुनें।

इस शोध के अनुसार, धीमी आवाज में बजने वाला संगीत हमारे दिल की मांसपेशियों में रक्‍त के संचार को भी सुचारु करता है, जिससे सांस लेने में दिक्‍कत नहीं होती और पूरे शरीर में रक्‍त का संचार ठीक रहता है। लेकिन अगर आप तेज आवाज में संगीत सुनते हैं तो इससे दिल की धड़कन बढ जाती है और यह तंत्रित तंत्र भी असर डालता है जिससे दर्द कम होने के बजाय बढ़ सकता है।

अर्थराइटिस के उपचार में सहयोग के लिए संगीत थेरेपी अच्‍छा तरीका हो सकता है, इसलिए जब भी आपको गठिया का दर्द सताये तब आप संगीत की शरण में जरूर जायें।