नई दिल्ली: 2019 आम चुनावों में कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के उम्‍मीदवार के तौर पर घोषित नहीं करेगी. पूर्व केंद्रीय वित्‍त मंत्री पी चिदंबरम ने यह बात न्‍यूज 18 तमिल से खास बातचीत में कही. उन्‍होंने कहा कि राहुल ही नहीं कांग्रेस अन्‍य किसी भी व्‍यक्ति की दावेदारी की घोषणा नहीं करेगी.

कांग्रेस लंबे समय से क्षेत्रीय पार्टियों को एकजुट करने की कोशिश में जुटी है ताकि 2019 में एक मजबूत विपक्ष के रूप में बीजेपी का सामना किया जा सके. कांग्रेस इस गठबंधन का नेतृत्व करना चाहती है लेकिन इसे लेकर क्षेत्रीय पार्टियों की राय अलग-अलग है.

चिदंबरम ने कहा, “हमने कभी नहीं कहा कि हम राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं. जब कुछ कांग्रेस नेताओं ने इस तरह की बात की थी तब ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी ने इस पर दखल दिया था और उनसे ऐसी बातें नहीं करने को कहा था. हम बीजेपी को सत्ता से बाहर करना चाहते हैं. हम एक वैकल्पिक सरकार बनाना चाहते हैं जो प्रोग्रेसिव हो, व्यक्ति की आजादी का सम्मान करे, टैक्स टेररिज्म को बढ़ावा न दे, महिलाओं-बच्चों को सुरक्षा दे और किसानों की स्थिति में सुधार करे.”

पूर्व वित्त मंत्री ने आगे कहा कहा, “हम एक गठबंधन तैयार करना चाहते हैं. प्रधानमंत्री पद का फैसला चुनाव के बाद गठबंधन के सभी साथी मिलकर करेंगे.”

चिदंबरम ने यह स्वीकार किया कि पिछले दो दशकों में राष्‍ट्रीय पार्टियों के वोट बैंक में सेंधमारी कर क्षेत्रीय पार्टियों की स्थिति मजबूत हुई है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों का संयुक्‍त वोट शेयर भी 50 फीसदी से कम है. उन्होंने आरोप लगाया कि क्षेत्रीय पार्टियों को कांग्रेस से हाथ मिलाने से रोकने के लिए केंद्र की बीजेपी सरकार भय का माहौल पैदा करने की कोशिश कर रही है.