टाइल्स हमारे घर का सजावट का अहम हिस्सा हैं। लिविंग रुम के फ्लोरिंग टाइल्स का रंग और पैटर्न उसकी सुंदरता में चार चांद लगा सकता हैं। कम से कम ज्वाइंट वाले बड़े टाइल्स से वह जगह बड़ी नजर आती है। इसके अलावा अगर किचन या बाथरूम की बात की जाए तो वहां कमरे के अनुसार टाइल के पैटर्न, कलर्स या म्यूरल्स के साथ कई तरह के प्रयोग किए जा सकते हैं!

डाॅ. संजय बहादुर, ग्लोबल सीईओ, कन्सट्रक्शन केमिकल्स, पिडिलाइट इंडस्ट्रीज के अनुसार, टाइल्स के बारे में अच्छी बात यह है कि वे लंबे समय तक चलते हैं और अगर सही प्रोडक्ट को उपयुक्त तरीके से लगाया जाए तो वह आजीवन चल सकते हैं। हालांकि, हम लोग निरंतर बदलाव भी चाहतें हैं और कुछ दिन बाद वही टाइल्स और सजावट हमें उबाऊ लग सकते हैं। आपके द्वारा फर्नीचर में बदलाव किया जा रहा है और आपके टाइल्स का कलर आपके घर के नए लुक से मैच नहीं कर रहा है। इसलिए रिटाइलिंग होम मेक ओवर का एक अच्छा तरीका है और अगर टाइल-ऑन-टाइल के विकल्प को चुनते हैं तो आप बगैर मेस किए अपने घर का मेक ओवर कर सकते हैं।

टाइलिंग वोज

ज्यादातर घर वाले टाइल्स में बदलाव करने से गुरेज करते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इसके टाइल्स बदलने की पारंपरिक विधि के अंतर्गत पुराने टाइल्स को तोड़कर निकाला जाता है और फिर नए टाइल्स लगाए जाते है। इससे कमरे की दीवारों को नुकसान भी हो सकता है और नए पेंट व वॉलपेपर की भी आवश्यकता पड़ सकती है। पहले कॉन्ट्रैक्टर्स फिसलन की संभावना को देखते हुए टाइल-ऑन-टाइल लगाने का सुझाव नही देते थे।

आसान विकल्प

हालांकि, रॉफ नॉन-स्किड एडहेसिव टाइल-ऑन-टाइल एप्लिकेशन जैसे नए जमाने के प्रोडक्ट्स को धन्यवाद है जो आसान होने के साथ साथ सुरक्षित भी है। रॉफ नॉन-स्किड एडहेसिव, एक ब्लेंडेड पॉलमर मॉडिफाइड सीमेंट बेस्ड पाउडर टाइल एडहेसिव है जो दो सतहों के बीच शानदार ग्रैबिंग प्रॉप्रटीज युक्त वॉटरप्रूफ बैरियर बना देता है। इसलिए अब आपको शोरशराबे के बीच पुराने टाइल्स को निकलवाने और नए टाइल्स को लगावाने में कई दिन का इंतजार नहीं करना पड़ेगा और यह लंबे समय तक आपके लिविंग रुम की शोभा बढ़ाएगा। टाइल-ऑन-टाइल एप्लिकेशन में अपेक्षाकृत काफी कम समय लगता है और निश्चित तौर पर इसमें गंदगी भी कम होती है। इसके अलावा टाइल्स को चिपकाने के लिए अच्छे प्रोडक्ट के इस्तेमाल से आपको उसकी लंबी उम्र के बारे में चिंता नहीं करनी होगी।

इसलिए आपको अब पुराने और धुंधले पड़ चुके टाइल्स के साथ रहने की कोई जरुरत नहीं है। बगैर गंदगी किए सिर्फ पुराने टाइल्स पर नए टाइल्स लगाकर अपने फर्श और दीवारों का क्विक मेक ओवर किजिए।
याद रखने योग्य बिंदुः

अगर ओरिजनल टाइल्स ढीलें हों तो रिटाइलिंग से पहले उसके रिइंस्टॉलेशन को सुनिश्चित कर लें

ज्वाइंट्स को बदलें; पुराने ज्वाइंट पर कोई नये ज्वाइंट नही होने चाहिए

ओरिजनल टाइल्स की सफाई को सुनिश्चित करें और ढ़ीले हिस्से को हटा दें।

किसी भी तरह के सर्फेस ग्लेज से बचने के लिए ओरिजनल टाइल्स पर रेत लगाना चाहिए।

(लेख सामग्री डाॅ. संजय बहादुर, ग्लोबल सीईओ, कन्सट्रक्शन केमिकल्स, पिडिलाइट इंडस्ट्रीज के सौजन्य से)