अमृतसर: पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अमृतसर में हुए दर्दनाक ट्रेन हादसे पर शोक जताया है. उन्होंने कहा कि अमृतसर में दुखद रेल हादसे की खबर सुनकर स्तंभित हूं. दुख के इस क्षण में सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों को मदद के लिए खुला रखने की अपील करता हूं. जिले के अधिकारियों को तेजी से राहत और बचाव अभियान शुरू करने का निर्देश दे दिया गया है. बता दें कि पंजाब ट्रेन हादसे के बाद सीएम अमरिंदर सिंह ने अपनी चार दिन की इजरायल यात्रा रद्द कर दी है. वह आज यानी शुक्रवार को ही इजरायल दौरे पर रवाना होने वाले थे.

सीएम अमरिंदर सिंह ने मृतकों के परिजनों के लिए 5 लाख के मुआवजे की घोषणा कर दी है. बताया जा रहा है कि जब यह हादसा हुआ, तब सीएम सिंह इजरायल यात्रा के लिए विमान पर चढ़ने की पूरी तैयारी कर चुके थे. प्राप्त जानकारी के अनुसार, सीएम अमरिंदर सिंह पंजाब के लिए रवाना हो गए हैं. वह शनिवार सुबह घटनास्थल पर पहुंचेंगे. गौरतलब है कि सीएम अमरिंदर सिंह इजरायल यात्रा के दौरान राज्य के किसानों को परम्परागत फसलों के मुकाबले अन्य विकल्पों से बेहतर आमदनी सुनिश्चित करने के लिए पंजाब और इजरायल के बीच जल संरक्षण, आधुनिक कृषि तकनीक, बेहतरीन सिंचाई प्रणाली, पशुधन विकास, बागवानी एवं खाद्य प्रसंस्करण जैसे क्षेत्रों में समझौते किए जाने थे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दुर्घटना पर शोक जताते हुए कहा कि यह दुर्घटना हृदयविदारक है. उन लोगों के परिवारों के लिए मेरी गहरी संवेदनाएं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया और मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्दी से ठीक हो जाए. पीएम मोदी ने कहा कि अधिकारियों को तत्काल राहत और बचाव कार्य के लिए आवश्यक कदम उठाने का आदेश दे दिया गया है.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पंजाब ट्रेन हादसे पर शोक जताया है. उन्होंने कहा कि अमृतसर में हुए ट्रेन हादसे की खबर से बहुत आहत हूं. इस हादसे के मृतकों के पीड़ित परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं. राज्य सरकार एवं कांग्रेस पार्टी के साथियों से मेरा आग्रह है कि राहत और बचाव कार्य में अपना पूर्ण योगदान दें और पीड़ितों को हर संभव मदद पहुंचाएं.

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने अमृतसर ट्रेन हादसे पर कहा कि पंजाब सरकार को केंद्र की ओर से हर संभव मदद मुहैया कराई जाएगी. दशहरा उत्सव के दौरान हुए इस ट्रेन हादसे का दर्द शब्दों से परे है. मृतकों के परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं और घायल लोगों के साथ मेरी प्रार्थनाएं हैं. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी इस हादसे पर दुख जताया है. कोविंद ने कहा कि हादसे के पीड़ितों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं.

बता दें कि पंजाब के अमृतसर में एक बड़ा ट्रेन हादसा हुआ है. अमृतसर के जौड़ा फाटक में ये हादसा उस समय हुआ, जब ट्रैक के पास रावण का पुतला जलाया जा रहा था. हावड़ा मेल और एक डीएमयू ट्रेन के एकाएक आने से ये हादसा हुआ. पुलिस के अनुसार, इस हादसे में 50 लोगों के मारे जाने की खबर है. कहा जा रहा है कि लोग ट्रैक पर खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे. उसी समय ट्रेन आ गई. लोग ट्रेन से बचने के लिए दूसरी तरफ गए, लेकिन उसी दौरान उस ट्रैक पर भी ट्रेन आ गई. हादसे पर दुख जताते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने हादसे में मारे गए मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है.

मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि इस यह हादसा प्रशासन और दशहरा समिति के गलतियों का नतीजा है. जब ट्रेन आ रही थी, तब ट्रेन को हॉर्न बजाना चाहिए था. लोगों को अलार्म के जरिए ट्रेन के बारे बताया जाना चाहिए था. इससे लोग बच सकते थे. लोगों ने बताया कि प्रशासन को सुनिश्चित करना चाहिए था कि ट्रेन यहां पर धीमी हो जाए. कहा जा रहा है कि रावण दहन के कारण ट्रैक पूरी तरह से लोगों से भरा हुआ था. इसी दौरान ट्रेन आ गई. ट्रैन के चपेट में आने से मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है. घायलों को अस्पताल ले जाया जा रहा है. अमृतसर के पास जौड़ा बाजार में हुए हादसे के बाद लोग डर गए हैं.

अमृतसर के पुलिस कमिश्नर एसएस श्रीवास्तव का कहना है कि हम फिलहाल मौत का सही आंकड़ा नहीं बता सकते, लेकिन ये मृतकों की संख्या 50 से 60 तक हो सकती है. चश्मदीदों का कहना है कि लोग ट्रैक पर खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे. इसी दौरान दोनों ट्रैक पर ट्रेन आने से लोगों में भगदड़ मच गई. इसी कारण इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है. कहा जा रहा है कि इस कार्यक्रम को स्थानीय पार्षद ने आयोजित किया था. इसमें पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर भी आई हुई थीं. हालांकि कहा जा रहा है कि हादसे के बाद वह वहां से चली गईं.

उत्तर रेलवे के CPRO ने बताया कि यह हादसा अमृतसर के मनावाला में गेट नंबर 27 बी/डब्ल्यू पर हुआ है. घटनास्थल पर दशहरा की वजह से लोगों की काफी भीड़ मौजूद थी. जब यह हादसा हुआ तो डीएमयू ट्रेन नंबर 74943 गुजर रही थी. इसी दौरान लोग गेट नंबर 27 की तरफ भागने लगे.