लखनऊ: भारत में सबसे ज्यादा बिकने वाली मैट्रेस, घरेलू फर्नीचर एवं फर्निर्शिंग ब्रांड, कर्ल-आॅन ने आज लखनऊ में ‘एसटीआर8 टेक्नोलाॅजी’ युक्त नया मैट्रेस लाँच किया । यह मैट्रेस में हार्डनेस और सॉफ्टनेस के सही संतुलन वाला अपनी तरह का पहला इनोवेशन है। यह वजन में बहुत हल्का है और इसका इस्तेमाल एवं रखरखाव आसान है। इस नई टेक्नोलाॅजी को सबसे पहले कर्ल-आॅन के काॅइर मैट्रेस में लागू किया जाएगा और धीरे-धीरे फोम तथा सिं्प्रग मैट्रेस में इस्तेमाल किया जाएगा।

प्रेस वार्ता में इस नई टेक्नोलाॅजी और कंपनी की विकास योजना की जानकारी देते हुए कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर सुधाकर पाई ने जानकारी देते हुए बताया कि कंपनी अगले दो वर्षों में मैट्रेस तथा घरेलू फर्नीचर और फर्निर्शिंग कैटेगरी में 125 से ज्यादा विविधतापूर्ण नए उत्पाद और नई टेक्नोलाॅजी लाँच करने वाली है। यह विस्तार योजना पिछले कुछ वर्षों से जारी कर्ल-आॅन की व्यापक विकास रणनीति का हिस्सा है जिसका लक्ष्य भारत के सबसे बड़े मैट्रेस ब्रांड से बढ़कर एक समग्रतापूर्ण घरेलू फर्नीचर एवं फर्निर्शिंग ब्रांड बनना है। इसके संकेत पिछले साल इस कैटेगरी की बिक्री में हुई शानदार वृद्धि में मिल चुके हैं। कर्ल-आॅन ने इस वर्ष शोफा की रेंज लाँच की थी जिससे भारत में अभी तक के अप्रयुक्त सेमी-प्रीमियम सोफा बाजार की माँग पूरी हो रही है।

कर्ल आॅन उत्तर भारतीय क्षेत्रों में अपनी खुदरा उपस्थिति को तेजी से बढ़ायेगी। इस क्षेत्र में कंपनी के पहले से 200 एक्सक्लूसिव स्टोर्स और 600 से अधिक मल्टीब्रांड आउटलेट्स मौजूद हैं। खुदरा विस्तार के साथ-साथ प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में बढ़ोतरी से कर्ल-आॅन को अपनी वृद्धि मजबूत करने और एक गंभीर तथा व्यापक घरेलू फर्नीचर एवं फर्निर्शिंग ब्रांड के रूप में उभरने में मदद मिलेगी। उल्लेखनीय है कि मैट्रेस बाजार में कर्ल-आॅन पहले से ही अग्रणी है।

कर्ल-आॅन के मुख्य विपणन अधिकारी, आशुतोष वैद्य ने कहा, ”पिछले 6 महीनों में हमने 165 एक्सक्लूसिव आउटलेट्स खोले और तीन नये उत्पाद लाॅन्च किये। हमें आगामी फेस्टिव सीजन में बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है। उत्तरी बाजार कर्ल-आॅन के लिए महत्वपूर्ण ढंग से बढ़ रहा है। और चूंकि, यहां दशहरा व दीवाली दोनों त्योहार बड़ी धूमधाम के साथ मनाये जाते हैं, ऐसे में हमें आगामी त्योहारी सीजन में इन बाजारों में हमारी बिक्री का आंकड़ा 100 करोड़ रूपये तक पहुंचने की आशा है।‘‘ उन्होंने कहा कि विगत वर्ष कंपनी का टर्न ओवर एक हज़ार करोड़ रूपये रहा जिसे बढ़ाकर इस वर्ष 1350 करोड़ रूपये करने का लक्ष्य है |