नई दिल्ली: अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया शुक्रवार को कारोबार के दौरान पहली बार 74 प्रति डॉलर से नीचे चला गया. यह रुपये का अबतक का निम्नतम स्तर है. हालांकि, केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल का कहना है कि इससे परेशान होने की जरूरत नहीं है. गोयल ने कहा, 'पिछले 15 साल के दौरान भारतीय रुपये का ये सबसे अच्छा दौर है.'

पीयूष गोयल ने ये बातें 'हिंदुस्तान लीडरशिप समिट' में कही. समिट में अर्थव्यवस्था की मौजूदा हालत में गोयल ने कहा, 'सामान्य गिरावट के बाद भी रुपया मजबूत हुआ है. पिछले 5 सालों में रुपये के मूल्य में सिर्फ 7 फीसदी की गिरावट आई है. भारतीय करंसी के लिए मौजूदा वक्त सबसे अच्छा वक्त है. इसे रुपये का सुनहरा दौर कह सकते हैं.'

बता दें रुपये में भारी गिरावट के बाद भी रिजर्व बैंक ने अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक में नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. केंद्रीय बैंक द्वारा मौद्रिक नीति की घोषणा के बाद रुपया 55 पैसे टूटकर 74.13 प्रति डॉलर के नए सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया.

आरबीआई की मौद्रिक नीति समीक्षा आने से पहले शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया छह पैसे की मजबूती के साथ 73.52 पर खुला था. गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 24 पैसे यानी 0.33% टूटकर 73.58 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ था.

रुपये में गिरावट की वजह से तेल आयात समेत आयात का बिल भी बढ़ रहा है. इसपर चिंता जाहिर करते हुए केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि भारत आर्थिक संकट का सामना कर रहा है. उन्होंने 2 टीवी चैनलों से बातचीत में कहा था कि तेल के बहुत ज्यादा आयात और रुपये में लगातार गिरावट की वजह से देश आर्थिक संकट का सामना कर रहा है.

क्रूड की कीमतों में बढ़ोतरी से डॉलर कमजोर हुआ है. मंगलवार को क्रूड ने 85 डॉलर का स्तर पार किया और 85.32 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया, जो 4 साल में सबसे ज्यादा है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमतें लगातार ऊंची बनी हुई हैं, एक्सपर्ट का मानना है कि आने वाले दिनों में डॉलर के मुकाबले रुपये 75 का स्तर पार सकता है.