लखनऊ: पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं सांसद डाॅ0 संजय सिंह ने आज प्रदेश की बिगड़ती क़ानून व्यवस्था पर योगी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का इस्तीफ़ा माँगा है | राज्य मुख्यालय में प्रेसवार्ता करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गयी है। जब राजधानी में एप्पल जैसी कम्पनी के मैनेजर की पुलिस द्वारा हत्या कर दी जा रही है और कुछ ही दिन में जिस प्रकार से राजधानी में ही दो सगे भाईयों की पुलिस थाने के पचास कदम पर पहले बीस-पच्चीस मिनट तक पीटा गया और उसके बाद गोली मार दी गयी, यह अपने आपमें दर्शाता है कि सरकार का शासन-प्रशासन पर नियंत्रण नहीं रह गया है।

डाॅ0 संजय सिंह ने सरकार को सचेत करते हुए कहा कि अगर पुलिस फोर्स अपनी वर्दी पर काली पट्टी बांधकर सरकार का विरोध दर्शा रही है तो इससे गंभीर बात कोई और हो ही नहीं सकती। उन्होने कहा कि यदि मुख्यमंत्री अपना दायित्व नहीं निभा पा रहे हैं और शासन-प्रशासन पर नियंत्रण नहीं कर पा रहे हैं तो उन्हें त्यागपत्र दे देना चाहिए।

उन्होने कहा कि हत्या के बाद दोषियों को पकड़ना ही पुलिस प्रशासन का मकसद नहीं होना चाहिए यह अपराध कैसे रोका जाय, इस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। जनता को बरगलाने के लिए पुलिस ने करीब 1500 इनकाउंटर अपराधियों को पकड़ने में किये हैं परन्तु उसका कोई फायदा जनता को नहीं मिला बल्कि पुलिस द्वारा ही निर्दोष लोगों की हत्या की जा रही है। मुख्यमंत्री का ठोंक दो जैसे बयानों ने ही प्रदेश में कानून व्यवस्था को तार-तार करने का काम किया है और अपराधी ही नहीं बल्कि पुलिस भी अपराधियों की ही भांति ठोंक दो पर उतर आयी है जिसका दुष्परिणाम आज प्रदेश के सामने निर्दोष लोगों की हत्या के रूप में सामने आयी है।

पेट्रोल डीजल पर केन्द्र सरकार ने ढाई रूपये एक्साइज ड्यूटी में कम कर जनता को भ्रमित करने का काम किया है। 2014 में जब कांग्रेस की सरकार सत्ता से हटी थी तो पेट्रोल पर 9 रूपये 23 पैसे व डीजल पर 3 रूप्ये 46 रूप्ये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी थी जो मोदी सरकार ने बढ़ाकर पेट्रोल पर 19 रूप्ये 28 पैसे व डीजल पर 15 रूप्ये 33 पैसे प्रति लीटर कर दिया। केन्द्र सरकार ने कहा कि भाजपा सरकार जिन प्रदेशों में है उसमें ढाई रूपये वैट कम किया गया है पर डाॅ0 संजय सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की जहां जहां सरकारें हैं वहां वैट सर्वाधिक है। पाँच राज्यों में चुनावी हार को सामने देख और जनता के भयंकर गुस्से से घबराकर आज मोदी सरकार ने चींटी जैसी मात्रा में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में सेंट्रल एक्साईज कम करने की घोषणा की। ये इसी प्रकार से है कि जैसे किसी को सजा-ए-मौत सुना दीजिए और फिर कहिए कि तुम खुश हो जाओ क्योंकि अब तुम्हारी सजा-ए-मौत उम्रकैद में हमने तब्दील कर दी है। डाॅ0 सिंह ने कहा कि पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 2014 की भांति केन्द्र सरकार को लेना चाहिए।