लखनऊ: एप्पल के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की हत्या के समय उसके साथ मौजूद महिला सहयोगी सना खान के बयान के आधार पर एसआईटी ने मंगलवार को घटना का नाट्य रूपान्तरण किया। इस मौके पर विवेक की पत्नी कल्पना तिवारी भी अपने भाई के साथ मौजूद रही। एसआईटी उन्हें साथ लेकर आयी थी ताकि वह भी पुलिस जांच को सामने से देखती रही।

सना ने फिर वही बयान दोहराया और बोला कि जिस समय दो सिपाही सामने से आये, उस समय उनकी गाड़ी चल रही थी। सिपाहियों ने सामने से गाड़ी रोकी। पीछे बैठा सिपाही डंडा लेकर नीचे उतरा और गाड़ी चला रहा सिपाही पिस्टल लेकर सामने आ गया। उसने गाड़ी रोकने का इशारा किया। विवेक सर ने गाड़ी रोकी और तुरन्त ही बैक कर साइड से निकालने की कोशिश की। इस दौरान गाड़ी का अगला हिस्सा सिपाही की बाइक से टकरा गया, इस पर फिर गाड़ी बैक की और आगे बढ़ाने लगे। इस दौरान ही आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी ने गोली चला दी। गोली विवेक के ठुडडी् के नीचे लगी और वह थोड़ी दूर पर बेहोश हो गये। इसके बाद गाड़ी पिलर अंडरपास के पिलर से टकरा गई थी।

आईजी सुजीत पाण्डेय के साथ फोरेंसिक साइंस लैब के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. अरुण शर्मा भी अपनी टीम के साथ मौजूद थे। डॉ.शर्मा ने सना से कई सवाल पूछे, फिर घटना के बारे में विस्तृत जानकारी ली। इसके बाद फोरेंसिक टीम ने बाकायदा वही गाड़ी एसयूवी के सामने पुलिस की बाइक को खड़ा किया। दो सिपाही उस पर बैठे, फिर उतरे। एक सिपाही पिस्टल लेकर सामने आया। इस दौरान फोरेंसिक टीम का एक सदस्य नापजोख भी करता रहा कि कितनी ऊंचाई से सिपाही ने फायर किया होगा, किस एंगल से किस जगह गोली लगी, यह सब देखा गया।

एसआईटी के चीफ आईजी सुजीत पाण्डेय ने बताया कि 100 से अधिक बिन्दुओं पर सवाल जवाब जांच के दौरान होंगे। घटना का नाट्य रूपान्तरण कर लिया गया है। अब इसकी रिपोर्ट मिलने पर आगे की कार्रवाई की जायेगी।