नई दिल्ली: गुजरात बेस्ड कंपनी स्टर्लिंग बायोटेक के मालिक नितिन संदेसारा, जिनकी 5,300 करोड़ रुपए के बैंक घोटाले में सीबीआई और ईडी को तलाश है, वह दुबई में यूएई में नहीं बल्कि वह नाइजीरिया भाग गया है। जांच एजेंसियों के सूत्रों के अनुसार, संदेसारा और उसके परिजन फिलहाल नाइजीरिया में छिपे हुए हैं। सूत्रों के अनुसार, भारत की नाइजीरिया के साथ कोई प्रत्यर्पण संधि नहीं है, ऐसे में नितिन संदेसारा और उसके परिजनों को भारत लाना काफी मुश्किल है।

टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक खबर के अनुसार, जांच एजेंसियों के सूत्रों ने बताया कि अगस्त के दूसरे हफ्तें में ऐसी खबरें आयीं थी कि नितिन संदेसारा को यूएई अथॉरिटीज ने दुबई में हिरासत में ले लिया है। हालांकि बाद में ये खबर झूठी साबित हुई। उसे कभी भी दुबई में हिरासत में नहीं लिया गया। वह और उसके परिजन बहुत पहले ही नाइजीरिया जा चुके हैं। भारतीय जांच एजेंसियां यूएई अथॉरिटीज से यह निवेदन करने की योजना बना ही रहीं थी कि अगर उन्हें नितिन संदेसारा दुबई में दिखाई दे तो वह उसे हिरासत में ले लें। इसके साथ ही जांच एजेंसियां नितिन संदेसारा के खिलाफ इंटरपोल से भी रेड कॉर्नर नोटिस इश्यू कराने की कोशिश कर रहीं थी। अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि नितिन संदेसारा ने नाइजीरिया भारत के पासपोर्ट पर ट्रैवल किया या फिर किसी अन्य देश के पासपोर्ट पर?

बता दें कि सीबीआई और ईडी ने 5000 करोड़ रुपए के बैंक लोन घोटाले में स्टर्लिंग बायोटेक के निदेशक नितिन संदेसारा, चेतन संदेसारा, दीप्ति संदेसारा, राजभूषण ओमप्रकाश दीक्षित, विलास जोशी, सीए हेमंत हाथी, आंध्रा बैंक के पूर्व निदेशक अनूप गर्ग और एक अज्ञात शख्स के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस मामले में ईडी ने दिल्ली बेस्ड बिजनेसमैन गगन धवन को गिरफ्तार किया है। साथ ही ईडी ने इनकी 4700 करोड़ रुपए की फार्मा कंपनी को अटैच कर दिया है। फिलहाल जांच एजेंसियां नितिन संदेसारा और उसके परिजनों को भारत लाने की कोशिश कर रही हैं। संदेसारा पर आरोप है कि उसने करीब 300 शैल कंपनियों की मदद से बड़ी मात्रा में धन को विदेश ट्रांसफर कर दिया है।