पिता ने पुत्र को दिया 2019 फतह करने का दिया आशीर्वाद

नई दिल्ली: दिल्ली के जंतर-मंतर पर रविवार को साइकिल रैली के समापन के मौके पर सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने अपने बेटे अखिलेश यादव के साथ मंच साझा किया. मुलायम के अखिलेश के साथ आने से शिवपाल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. इस कार्यक्रम में पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के साथ ही उनके चाचा राम गोपाल यादव भी मौजूद रहे. मुलायम सिंह के मंच साझा करने के बाद यूपी की सियासत में चर्चाओं का दौर जारी है.

इस मौके पर मुलायम सिंह यादव ने कहा कि मेरी इच्छा है कि समाजवादी पार्टी कभी बूढ़ी न होने पाए. यह सदैव आगे बढ़ती रहे. मुलायम सिंह ने अपने पूरे भाषण में लड़कियों और महिलाओं को पार्टी की मुख्य धारा में शामिल करने पर विशेष जोर दिया और चुनाव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों को जिताने की अपील की. वहीं अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार ने अकेले यूपी में दो लाख लोगों को नौकरी दी.

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी जवानों के हाथ में होगी. बीजेपी पर तंज कसते हुए अखिलेश ने कहा कि नोटबंदी से कितना काला धन वापस आ गया? पचास हज़ार से ज़्यादा किसानों ने आत्महत्या कर ली. अखिलेश ने कहा कि अतुल प्रधान के नेतृत्व में साइकिल चलाने का कार्यक्रम हुआ, मैं इस पूरी साइकिल यात्रा से जुड़े पदाधिकारियों और चालकों को धन्यवाद देता हूं.

बता दें कि शिवपाल सिंह यादव ने 16 सितंबर को लखनऊ में कहा था कि समाजवादी सेक्युलर मोर्चे की तरफ से मुलायम सिंह यादव को मैनपुरी से प्रत्याशी घोषित किया गया है. अगर मुलायम किसी अन्य पार्टी से चुनाव लड़ते हैं तो भी समाजवादी सेक्युलर मोर्चा उनका समर्थन करेगा. उन्होंने कहा था,"मैंने नेताजी को मोर्चे का अध्यक्ष बनने के लिए ऑफर दिया है. मैंने उनसे आदेश और आशीर्वाद लेने के बाद ही समाजवादी सेक्युलर मोर्चे का गठन किया था."