नई दिल्ली: राफेल सौदे पर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयान को लेकर सरकार पर राहुल गांधी के वार पर पलटवार करते हुए भाजपा ने कांग्रेस को ‘भ्रष्टाचार की जननी’ करार दिया. बीजेपी ने आरोप लगाया कि यूपीए शासन के दौरान बाहरी कारणों से राफेल सौदे को अंतिम रूप नहीं देने का दबाव था.

भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा कि राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ जिन शब्दों का इस्तेमाल किया, वैसे शब्दों का इस्तेमाल आजाद भारत में आज तक किसी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री के खिलाफ नहीं किया है.

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि बिना किसी गुण और काबिलियत के सिर्फ और सिर्फ अपने परिवार के कारण कांग्रेस अध्यक्ष बने राहुल गांधी से कोई और उम्मीद की भी नहीं जा सकती है.

भाजपा के वरिष्ठ नेता ने विमान के मूल्य पर बात करते हुए कहा, यूपीए सरकार की तुलना में एनडीए सरकार ने बेसिक विमान नौ फीसदी सस्ता और हथियारों से लैस विमान 20 फीसदी सस्ता खरीदा है.

गांधी-नेहरू परिवार पर निशाना साधते हुए प्रसाद ने कहा कि एक ऐसा व्यक्ति जो भ्रष्टाचार, जमीन और शेयर की लूट मामले में अपनी मां के साथ जमानत पर बाहर हो, एक ऐसा व्यक्ति जो अपने बहनोई द्वारा जमीन लूटने पर खामोश रहे और एक ऐसा व्यक्ति जिसके पूरे परिवार ने बोफोर्स में घूस ली हो, उससे देश कोई अपेक्षा नहीं कर सकता.

रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश के लोकप्रिय और प्रामाणिक नेता व ईमानदारी के प्रतीक प्रधानमंत्री मोदी को चोर कहा है आजाद भारत में आज तक किसी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने ऐसे शब्दों का प्रयोग किसी प्रधानमंत्री के लिए नहीं किया है.'

राफेल सौदे के संबंध में कांग्रेस अध्यक्ष के आरोपों पर भाजपा नेता ने दावा किया कि राहुल गांधी राफेल की सभी जानकारियों को सार्वजनिक कराकर पाकिस्तान की मदद करना चाहते हैं,

रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया कि यूपीए शासन के दौरान बाहरी कारणों से राफेल सौदे को अंतिम रूप नहीं देने का दबाव था. अखबार में प्रकाशित उस समय की रिपोर्ट दिखाते हुए उन्होंने कहा कि रिलायंस और दसॉ ने 2012 में ही एक समझौता किया था और तब यूपीए सत्ता में थी.

रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'राहुल गांधी क्या चाहते हैं, क्या हम राफेल विमान के बारे में सबकुछ बता दें, ताकि पाकिस्तान और चीन को सब पता चल जाए.'

भाजपा प्रवक्ता आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी इस देश में भ्रष्टाचार की जननी रही है. वह किस हक से सवाल कर रहे हैं.

फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए रविशंकर ने कहा कि फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ने ऐसा बयान क्यों दिया, किस मजबूरी में दिया, हम इसके बारे में क्या बोलें? इससे हमारा कोई वास्ता नहीं है.