इस्लामाबाद: भारत-पाकिस्तान के बीच अमेरिका में होने वाली बातचीत रद्द होने के बाद दोनों देशों के बीच दूरीयां फिर बढ़ने लगी हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बातचीत रद्द करने के फैसले पर भारत पर तंज कसा है। इमरान ने कहा कि भारत की इस प्रतिक्रिया से मैं निराश हूं। हालाकि मैं अपनी पूरी जिदंगी बड़े दफ्तर में विराजे ऐसे छोटे लोगों को देखता आया हूं जिनके पास बड़ी व दूरदर्शी सोच नहीं है।

इमरान खान ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिए बगैर उन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भारत के जवाब से उन्हें निराशा मिली है। शांति वार्ता के प्रस्ताव पर नकारात्मक जवाब मिला। इमरान खान ने ट्वीट कर कहा कि शांति बहाली के लिए मेरी शांति वार्ता की शुरुआत की पहल पर भारत के अहंकारी तथा नकारात्मक जवाब से बहुत निराश हूं।

वार्ता रद्द होने के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने शुक्रवार को कहा था कि भारत की बातचीत के बजाय अन्य प्राथमिकताएं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नई दिल्ली में एक गुट है जो नहीं चाहता कि पाकिस्तान से बातचीत हो। कुरैशी ने न्यूयॉर्क में उनकी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के बीच प्रस्तावित बैठक रद्द होने के बाद यह बयान दिया। भारत ने जम्मू कश्मीर में तीन पुलिसकर्मियों की बर्बर हत्या और कश्मीरी आतंकवादी बुरहान वानी का महिमामंडन करने वाला एक डाक टिकट जारी करने को सुषमा और कुरैशी के बीच बैठक रद्द होने का कारण बताया। यह बैठक इस महीने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के इतर होने वाली थी।

वहीं भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा था कि पाकिस्तान की तरफ से किए गए दो कामों की वजह से यह मुलाकात रद्द की गई है। पहली पाकिस्तान की की तरफ से हमारे एक सुरक्षाकर्मी की नृशंस हत्या और दूसरी पाक में जारी किए गए 20 डाक टिकटों जिसमें आतंकियों का महिमामंडन किया गया है। पाकिस्तान की इन दो हरकतों से भारत बेहद नराजा है और इसलिए ये बैठक रद्द की गई है।

रवीश कुमार ने कहा था कि पाकिस्तान की तरफ से बातचीत की पहल किए जाने के बाद उनका असली चेहरा सामने आया है। वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की नीयत का भी पता चला है। इससे पहले गुरुवार को भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि पाकिस्तान के आग्रह करने पर भारत बातचीत करने के लिए तैयार हो गया है। भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच न्यूयॉर्क में मुलाकात होगी, हालांकि मुलाकात की जगह, समय और तारीख अभी बाद में तय होगी।