नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने ‘भविष्य का भारत’ लेक्चर सीरीज के आखिरी दिन आज आरक्षण और गौरक्षा की वकालत की। संघ प्रमुख ने गौरक्षा को हर कीमत में जायज ठहराया और कहा, “गौरक्षा केवल कानून से नहीं हो सकती है। गौरक्षा करने वाले देश के नागरिक गाय को पहले रखें।” उन्होंने कहा कि अगर लोग गाय को खुला रखेंगे तो उपद्रव होगा ही। ऐसी स्थिति में गौरक्षा की आस्था पर सवाल उठने लगते हैं।

संघ प्रमुख ने कहा कि देश में कई मुस्लिम हैं जो गाय की अच्छी देखभाल करते हैं और उसका वैज्ञानिक तरीके से इस्तेमाल करते हैं। वे गाय को अपनी जीवनशैली में समाहित कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि संघ परिवार से तालुक नहीं रखने के बावजूद जैन समुदाय के लोग भी गाय पालन करते हैं और उसकी अच्छी देखभाल करते हैं। उन्होंने गौरक्षा को मॉब लिंचिंग से जोड़ने को गलत बताया। उन्होंने कहा कि गौरक्षा के नाम पर हिंसा करना अपराध है और इस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। भागवत ने कहा कि गौरक्षा जरूरी है क्योंकि यह संविधान का मार्गदर्शक तत्व है।