नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यक्रम में विरोधियों के शामिल ने होने को लेकर हरियाणा सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने उन्हें भूत-पिशाच की संज्ञा दे डाली। अनिल विज ने सोमवार (17 सितंबर) को एएनआई से कहा, ‘आरएसएस देशभक्ति का मंदिर है और मंदिर में भूत-पिशाच कभी नहीं जाते, उनको डर लगता है, शायद इसीलिए कुछ लोग उस मंथन शिविर में जाने का विरोध कर रहे हैं।’ बता दें कि आरएसएस ने ‘भविष्य का भारत: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का दृष्टिकोण’ विषय पर सोमवार शाम 5:30 बजे से दिल्ली के विज्ञान भवन में तीन दिवसीय संवाद कार्यक्रम रखा है। इसमें संघ प्रमुख मोहन भागवत संघ पर लगने वाले आरोपों और भ्रांतियों का जवाब देंगे। कार्यक्रम में 2000 से ज्यादा बुद्धिजीवियों के शामिल होने की बात सामने आ रही है। कहा जा रहा है कि संघ की व्याख्यानमाला में सेना, खेल, फिल्म, उद्योग जगत, राजनीति और अन्य क्षेत्रों के बुद्धिजीवी शामिल हो रहे हैं। संघ की तरफ से दावा किया गया है कि कार्यक्रम का न्योता 40 से जयादा राजनीतिक दलों को भेजा गया है लेकिन विपक्षी पार्टियों के नुमाइंदगे शायद ही कार्यक्रम में नजर आएं, क्योंकि उनकी तरफ से कहा जा रहा है कि न्योता मिला ही नहीं हैं।