लखनऊ: उत्तरप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ऱविवार को लखनऊ में कहा कि चंद्रशेखर रावण और भीम आर्मी से बसपा का कोई रिश्ता नहीं है। मायावती ने आगे कहा कि जबरदस्ती कुछ युवा हमसे रिश्ता बता रहे हैं, जबकि मेरा वास्तव में इस किस्म के लोगों से कभी भी कोई रिश्ता कायम नहीं हो सकता। यह लोग अपनी राजनीतिक महत्वकांक्षाओं की वजह से ही रिश्ता बना रहे हैं और यह साजिश है। मेरा रिश्ता केवल उन कमजोर और दलितों आदिवासियों से है, जिनका में नेतृत्व करती रही हूं।

मायावती अपने नए आवास पर रविवार को पत्रकारों से बात कर रही थीं। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि विदेशों से काला धन लाने में बीजेपी नाकाम रही है। यह सरकार अपने चुनावी वादों को भुला चुकी है। बेरोजगारों किसानों से किए वादों को पूरा नहीं किया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी अटल जी की मृत्यु को भी भुनाने का काम कर रही है। आने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी का सफाया होगा।

उन्होंने आगे कहा कि अच्छे दिन के सुनहरे सपने दिखा करके वोट लेने वाली बीजेपी सरकार ने देश की आम जनता का काफी बुरा हाल कर के रख दिया है। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा के मुद्दे पर भी बीजेपी की कोई नीति नहीं है। अब पूरे देश में भीड़ तंत्र कार्य कर रहा है।

बीजेपी के राज्यों में ऐसे हमले लोकतंत्र को कलंकित कर रहे हैं। देश के दलितों पिछड़ों आदिवासियों के विरुद्ध संविधान की मंशा के कभी विरुद्ध है। उसे लागू कर रही है गरीबों दलितों और पिछड़े लोगों के सम्मानित महापुरुषों के लिए थोड़ा बहुत कुछ कर देने से और बार-बार नाम लेने से यह वर्ग इनके बहकावे में आने वाला नहीं है। दलित वर्ग के भारत बंद में सहयोग करने पर उनके विरुद्ध फर्जी मुकदमे लगाकर उन्हें जेल में भेजा गया है। जबकि बीएसपी बार-बार उन्हें जेल से बाहर निकालने की मांग करती रही।

इस दौरान गठबंधन पर मायावती ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा​ कि बसपा गठबंधन के खिलाफ नहीं है, लेकिन बसपा सम्मानजनक सीट मिलने पर ही साथ लड़ेगी. सम्मानजनक सीट ना मिलने पर बसपा अकेले लड़ेगी. मायावती ने कहा​ कि बीजेपी की केंद्र सरकार और राज्य सरकारों की गलत नीतियों को ध्यान दिलाना चाहती हूं. जैसे-जैसे लोकसभा और कई राज्यों में विधानसभा चुनाव पास आ रहा है बीजेपी लुभावने वादे कर रही है.