नई दिल्ली: केंद्र की सत्ताधारी और दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी भारतीय जनता पार्टी के कुल कितने सदस्य हैं? इस बात को लेकर आज भ्रम की स्थिति है और यह भ्रम की स्थिति खुद पार्टी अध्यक्ष के बयानों से पैदा हुई है। कहा जा रहा है कि पिछले चार वर्षों में बीजेपी सदस्यों की संख्या में करीब तीन करोड़ की कमी आई है। पार्टी अध्यक्ष ने पिछले शनिवार (08 सितंबर) को बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कहा था कि पार्टी के आठ करोड़ सदस्य थे जिसे उन्होंने बढ़ाकर 9 करोड़ कर दिया लेकिन इसी साल जुलाई में उन्होंने कहा था कि पार्टी के 11 करोड़ सदस्य हैं जो राष्ट्र निर्माण में भूमिका निभाएंगे। यानी जुलाई से सितंबर आते-आते पार्टी के सदस्यों की संख्या में करीब तीन करोड़ की कमी हो गई।

बीजेपी अध्यक्ष अकेले ऐसा नेता नहीं हैं जिन्होंने पार्टी के सदस्यों के आंकड़े को लेकर कन्फ्यूजन पैदा किया हो। उनके अलावा बीजेपी महिला मोर्चा की अध्यक्ष विजया राहटकर ने भी दावा किया था कि पार्टी के कुल 12 करोड़ सदस्य हैं जिनमें तीन करोड़ सिर्फ महिलाएं हैं। इसी साल अप्रैल में भी पार्टी के नेता अली मोहम्मद मीर ने श्रीनगर में दावा किया था कि 14 करोड़ सदस्यों के साथ बीजेपी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है। यानी बीजेपी की कुल सदस्य संख्या कितनी है, इसका कोई सही आंकड़ा पार्टी नेता नहीं बता रहे हैं। ‘द प्रिंट’ को बीजेपी प्रवक्ता ने सफाई दी है कि पार्टी के कुल 11 करोड़ सदस्य हैं। इनमें से दो करोड़ सदस्यों का सत्यापन अभी तक नहीं हो सका है। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष द्वारा आठ करोड़ सदस्य बताए जाने को जुबान की फिसलन कहा है।

अमित शाह ने 2019 के लोकसभा चुनावों तक 22 करोड़ परिवारों तक पार्टी की पहुंच बनाने का लक्ष्य रखा है। बता दें कि अमित शाह की अध्यक्षता में ही बीजेपी ने मार्च 2015 में दावा किया था कि वो 8.8 करोड़ सदस्यों के साथ दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बन गई है। बीजेपी ने दावा किया था कि उसने चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना को पीछे छोड़ दिया है। लोकसभा चुनावों में बीजेपी की बंपर जीत के बाद जुलाई 2014 में उन्हें बीजेपी का अध्यक्ष बनाया गया था। इसके बाद 24 जनवरी 2016 को अमित शाह दोबारा पार्टी के अध्यक्ष बने। नवंबर 2014 मे पीएम मोदी ने ऑनलाइन मेंबरशिप की शुरुआत की थी।