पटना: विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को पटना में पार्टी की एक बैठक के बाद कहा कि भाजपा ने अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों के साथ विश्वासघात किया है.

तेजस्वी के अनुसार केंद्र की एनडीए सरकार चाहती तो इसे नौंवी अनुसूची में रख सकती थी जिससे इस पर भविष्य में कोई विवाद न हो. तेजस्वी के अनुसार बीजेपी संविधान को खत्म कर एक बार फिर वर्ण व्यवस्था कायम करना चाहती है.

राष्ट्रीय जनता दल के इस स्टैंड के बाद निश्चित रूप से दलित समुदाय और दलित नेता राहत की सांस ले रहे होंगे. पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने आरजेडी से अपना नजरिया साफ करने की अपील की थी. तेजस्वी यादव ने अपने संवाददाता सम्मेलन में कई बार दोहराया कि हम लोग और मजबूती से एससी-एसटी एक्ट के साथ खड़ा रहेंगे और उनके अधिकार की लड़ाई में साथ रहेंगे. इस कथन से साफ है कि फिलहाल पार्टी अगड़ी जातियों की सहानुभूति के चक्कर में दलित वोटों को खोना नहीं चाहती.