लंदन: इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज का आखिरी टेस्ट में भी भारत पर हार का संकट गहरा गया गया है. पांचवें टेस्ट के चौथे दिन मेजबान टीम से मिले 464 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भयावह शुरुआत के बाद भारत ने केनिंगटन ओवल में अपनी दूसरी पारी में 3 विकेट के नुकसान पर 58 रन बना लिए हैं. कुल मिलाकर अब टीम इंडिया के सामने मुकाबले के आखिरी दिन मंगलवार को मैच बचा लेना किसी चमत्कार से कम नहीं होगा. वास्तव में यह चुनौती बहुत ही बड़ी है. दूसरी पारी में भारत को एक के बाद एक ऐसे झटके लगे कि करोड़ों क्रिकेटप्रेमियों ने अपना सिर पकड़ लिया. शिखर धवन (01), चेतेश्वर पुजारा (00) और खुद कप्तान विराट कोहली (00) देखते ही देखते ऐसे आउट हुए कि हर कोई हैरान रह गया. इसके बाद दिन का खेल खत्म होने तक केएल राहुल (46) और अजिंक्य रहाणे (10) ने टीम को और कोई झटका नहीं लगने दिया. इंग्लैंड के लिए दो विकेट जेम्स एंडरसन, तो एक विकेट स्टुअर्ट ब्रॉड ने लिया.

इससे पहले चौथे दिन तीसरे सेशन के खेल के दौरान सैम कुरेन (21) के रूप में अपना आठवां विकेट गिरने के साथ ही इंग्लैंड ने अपनी दूसरी पारी घोषित कर दी. तब इंग्लैंड का स्कोर 8 विकेट पर 423 रन था. इस तरह पहली पारी की बढ़त के 40 रन को मिलाकर इंग्लैंड ने भारत के सामने पांचवां टेस्ट जीतने के लिए 464 रनों का लक्ष्य रखा . इंग्लैंड को इस मजबूत स्कोर तक पहुंचाने में एलिस्टर कुक (147) और कप्तान जो. रूट (125) के बीच तीसरे विकेट के लिए हुई 259 रन की साझेदारी का योगदान रहा. इन दोनों ही शतकवीरों को पहला टेस्ट खेल रहे हनुमा विहारी ने लगातार दो गेंदों पर चलता किया. विहारी और जडेजा ने तीन विकेट लिए.

चौथे दिन इंग्लैंड ने अपने 2 विकेट पर 114 रन से आगे खेलना शुरू किया. और पूरे सत्र एलिस्टर कुक और जो रूट ने अपने नाम कर लिया.दोनों ने भारतीय तेज गेंदबाजों की जमकर खबर ली और भोजनकाल तक कुल स्कोर में 129 रन जोड़ दिए. इस बीच कुक ने अपने टेस्ट करियर का 32वों शतक लगाया. लंच तक इंग्लैंड का स्कोर दो विकेट पर 243 रन था. कुक 103, तो जो रूट 92 रन बनाकर नाबाद थे.

कुक और रूट का रौद्र रूप दूसरे सेशन में भी जारी रहा. और इसी दौरान कुक (147) और कप्तान जोए रूट (125) की दमदार परियों से चायकाल तक इंग्लैंड ने छह विकेट पर 364 रन बनाए. इससे टी सेशन तक इंग्लैंड की बढ़त 404 रन की थी. चायकाल के समय हरफनमौला बेन स्टोक्स 13 और सैम कुरेन 7 रन बनाकर नाबाद पवेलियन लौटे. पहले सत्र में एक भी विकेट ना खाने वाली मेजबान टीम ने इस सत्र में कुल चार विकेट खोए. हनुमा विहारी ने दो जबकि मोहम्मद शमी और रवींद्र जडेजा ने एक-एक विकेट लिया. भोजनकाल के बाद रूट ने अपना शतक पूरा किया लेकिन वह अपनी पारी को ज्यादा आगे नहीं बढ़ा पाए और विहारी ने 125 के निजी स्कोर पर उन्हें आउट कर दिया. विहारी ने अपानी आखिरी पारी खेल रहे सलामी बल्लेबाज कुक (147) को भी पवेलियन भेजा. इसके बाद, भारत के तेज गेंदबाजों ने धारदार गेंदबाजी की और जॉनी बेर्यस्टो (18) एवं जोस बटलर (0) को आउट किया। बोयरस्टो को शमी जबकि बटलर को जाडेजा ने पवेलियन की राह दिखाई।

कोई भी शख्स यह आसानी से पढ़ सकता है कि पांचवें टेस्ट में भी भारत पर हार का खतरा बुरी तरह मंडरा गया है. आखिरी दिन भारतीय बल्लेबाज डिफेंसिव एप्रोज के साथ ही मैदान पर उतरेंगे. और ऐसे में इंग्लैंड के आक्रामक 90 ओवरों को कितना सहन कर पाते हैं, और कैसे कर पाते हैं, यह देखने वाली बात होगी. लेकिन बल्लेबाजों के हाल को देखते हुए मैच का बच पाना बहुत ही मुश्किल दिखाई पड़ रहा है.