लखनऊ: आम शिक्षक शिक्षा मित्र एसोसिएशन उत्तर प्रदेश की प्रदेश अध्यक्ष उमा देवी ने महामंत्री पद पर मनोरमा ओझा और वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर डॉ.दीप शिखा को मनोनीत किया है। इको गार्डन में उनका प्रदर्शन 18 मई से अनवरत चल रहा है। मनोरमा ने कहा कि जल्द ही जिलों की बैठक कर आगामी आन्दोलन की रणनीति घोषित की जाएगी।

उमा देवी ने शुक्रवार को संवाददाताओं को बताया कि प्रदेश में एक लाख 72 हजार शिक्षा मित्र हैं। उनमें 75 प्रतिशत महिलाएं हैं फिर भी सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है। बेटी बचाओ ओर महिलाओं के सम्मान का नारा देने वाली भाजपा सरकार के शासन काल में हजारों महिला शिक्षामित्र उपेक्षित हैं। उन्होंने बताया कि महिलाओं को सम्मान देने की पहल करते हुए उन्होंने अपने संगठन में महामंत्री और वरिष्ठ उपाध्यक्ष जैसा अहम पद महिला सदस्य को सौंपा है।

मनोरमा ने बताया कि ईको गार्डन में उनका संगठन 9 से 24 जून तक अनशन, 25 से 27 जून तक आमरण अनशन कर चुका है। इस क्रम में 101 ब्राह्मण शिक्षा मित्रों ने अपना जनेऊ तक 26 जून को त्याग दिया था। यही नहीं 25 जुलाई को सामूहिक मुंडन तक करवाया गया। उन्होंने बताया कि दरअसल 25 जुलाई 2017 को ही समायोजन रद्द किया गया था। इस आन्दोलन में 63 महिलाओं और 450 पुरुष शिक्षा मित्रों ने मुंडन करवाया था।

डॉ.दीप शिखा ने बताया कि प्रदर्शनकारियों की मांग है कि आईटीई ऐक्ट 2009 के तहत 124,000 पैरा टीचर को अपग्रेड करते हुए शिक्षा अधिकार अधिनियम कानून के तहत पूर्ण शिक्षक का दर्जा एवं उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा नियमावली के अनुसार पूर्णशिक्षक का वेतनमान दिया जाये। जो शिक्षा मित्र आरटीई ऐक्ट 2009 में किसी विधिक पहलू के कारण नहीं समाहित हो सकते हैं उन्हें भारत के राजपत्र 2017 के अनुसार सहायक अध्यापक पद पर रखते हुए चार वर्ष में उत्तराखंड की तर्ज पर टेट उत्तीर्ण करने की छूट प्रदान की जाये। जो शिक्षा मित्र टेट उत्तीण हैं उनको बिना लिखित परीक्षा उम्र और अनुभव का भरांक देकर नियमित किया जाये। बिहार मॉडल के तर्ज पर असमायोजित शिक्षा मित्रों को समान कार्य समान वेतन के आधार पर 12 माह 62 वर्ष सेवा का अवसर दिया जाये। मृतक 806 शिक्षा मित्रों के परिवार को उचित मुआवजा और आर्थिक सुरक्षा के लिए परिवार के किसी एक सदस्य को उसकी योग्यता के अनुसार नौकरी दी जाए। उमा देवी ने कहाकि अगर समयबद्ध निस्तारण नहीं किया गया तो आन्दोलन को वृहद किया जाएगा।